बजट को लेकर सदन के बाहर और अंदर विपक्ष का हंगामा,विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया,बजट को बताया भेदभावपूर्ण
नई दिल्ली , 23 जुलाई को वित् मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट को इंडिया गठबंधन ने कुर्सी बचाओ बजट और भेदभावपूर्ण बजट बताया है। संसद की कार्यवाही शुरू होते ही संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने जोरदार हंगामा करते हुए नारेबाजी की,विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया।संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सांसदों ने प्रदर्शन किया. इसमें सोनिया, राहुल गांधी और अखिलेश यादव भी शामिल हुए। कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा मोदी सरकार का ये बजट भारत के संघीय ढांचे0 के खिलाफ है।इस बजट में कई राज्यों के साथ भेदभाव किया गया है।इसी अन्याय के खिलाफ इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।हमारी ये लड़ाई सडक़ से संसद तक जारी रहेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा, यह बजट सिर्फ अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने के लिए है… उन्होंने किसी को कुछ नहीं दिया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं…उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया उसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है… विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।
शिवसेना (क्चञ्ज) नेता संजय राउत ने कहा, बजट देश का होता है, यह देश का बजट नहीं है। बजट सरकार बचाने के लिए नहीं होता है।
समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने कहा, हम बस इतना चाहते हैं कि वे (केंद्र) सच बोलें और देश के युवाओं को गुमराह न करें…वे नौकरियां कैसे पैदा करेंगे? उन्होंने राज्यों को भी गुमराह किया है। यहां तक कि बिहार को भी गुमराह किया गया है, राज्य को कुछ नहीं दिया गया है।
्रआप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, …ये कमाल का बजट इजात किया गया है जिसमें लगभग इस देश का हर वर्ग निराश हुआ है मात्र 2 व्यक्तियों को छोड़ कर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू। मैं पूछना चाहता हूं कि वो राज्य जिन्होंने अभूतपूर्व समर्थन भाजपा को दिया और अपने राज्य की लगभग सारी सीट दे दी उन राज्यों को इस बजट में क्या मिला? जिन राज्यों ने भाजपा को इतना समर्थन नहीं दिया, या जिन राज्यों के समर्थन से सरकार मुश्किल से चल पा रही है उन पर सब कुछ लुटा दिया गया। इससे सार मिलता है कि जो राज्य भाजपा को कम वोट देता है उसे ज्यादा दिया जाएगा तो आगे के लिए सीख ले लीजिए।
आरजेडी सांसद मीसा भारती ने कहा, बिहार को मिला क्या है?… कहीं ना कहीं उन्हें एक झुनझुना और लॉलीपॉप देकर पीएम के सर पर लटक रही तलवार को टाला गया है… इसमें मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं है। युवाओं के लिए कुछ नहीं है रोजगार पर कोई बात नहीं हुई है। बहुत सी योजनाएं जिसकी इन्होंने घोषणा की है वो पहले से चल रही है, बस उसे नए तरीके से पैक कर प्रस्तुत किया गया है…बिहार में चुनाव है इसलिए हमें और जनता को लगता है कि ये चुनावी घोषणाएं साबित होंगी।
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