चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल
हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने चारधाम यात्रा के इंतजामों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि चारधाम यात्रा शुरू होने में महज 15 दिन शेष हैं, लेकिन यात्रा मार्गों में इंतजाम अब तक पूरे नहीं किए जा सके हैं। शनिवार को मीडिया को जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष आर्य ने कहा है कि अभी भी सरकार यह तय नहीं कर पाई है कि यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की कौन सी प्रक्रिया लागू हो। चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या सीमित करने और बिना अनलाइन पंजीकरण यात्रा न करने देने के फरमान से तीर्थ पुरोहितों व चारधाम यात्रा से जुड़े व्यवसायियों में आक्रोश व्याप्त है। पुरातन समय से चल रही यात्रा पर सरकार की इस नीति से दूरगामी दुष्प्रभाव पड़ेगा। आर्य ने कहा कि देश में कहीं भी किसी भी तीर्थ स्थान और धाम में यात्रियों की संख्या का निर्धारण नहीं किया गया है, लेकिन उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में ऐसा कर दिया गया है। चारधाम यात्रा को सीमित करने के लिए कई प्रतिबंध लगाए हैं, इससे परंपरा प्रभावित होगी। साथ ही इससे जुड़े लोगों की आजीविका पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को अनलाइन के साथ-साथ अफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी देनी चाहिए। कोरोना से उबरे राज्य के लोगों को मरहम लगाने के बजाय सरकार यहां के हक-हकूक धारी, पंडा समाज, पर्यटन व होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। कहा कि उत्तराखंड के युवा कर्ज लेकर प्रातिक आपदा और वैश्विक आपदा झेलने के बाद खुद को पुनर्स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मदद नहीं कर रही है। सरकार को जल्द ही चार धाम यात्रा से जुड़े सभी लोगों और तीर्थ पुरोहित समाज के हितों के अनुरूप निर्णय लेने की जरूरत है।