जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुमखाल-सतपुली के मध्य सड़क चौड़ीकरण के दौरान निकल रहे मलबे को बेतरतीब तरीके से डंप किए जाने का ग्रामीणों ने विरोध किया है। कहा कि इस संबंध में पूर्व में शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों को भविष्य में पेयजल समस्या व जल भराव की समस्या हो सकती है।
मालूम हो कि वर्तमान में गुमखाल से सतपुली के मध्य पहाड़ काटकर सड़क के डबल लेन का कार्य चल रहा है। पहाड़ कटान के दौरान निकल रहे मलबे को जगह-जगह पहाड़ियों के नीचे फेंककर डंपिंग जोन बनाया जा रहा है। ग्रामीणों ने लैंसडौन तहसील में पहुंचकर उपजिलाधिकारी शालिनी मौर्या को ज्ञापन दिया। आरोप था कि गुमखाल पुलिस चौकी से महज पचास मीटर दूर स्थित शौचालय का पाइप मिट्टी से भर गया था, जिससे क्षेत्र में गंदगी फैल रही थी। ग्राम सोल्या की ओर से जा रही भैरवगढ़ी पंपिंग योजना की लाइन भी दम तोड़ रही है। ऐसे में ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ सकता है। साथ ही जगह-जगह मलबा डंप होने से जल भराव की स्थिति भी होगी। ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित संस्था नियमों का उल्लंघन कर कार्य करवा रही है। वहीं, एक दिन पूर्व गुरुवार को भी ग्रामीणों ने इसका विरोध किया था और पहाड़ काटन का कार्य रुकवाया था। इस मौके पर ग्राम प्रधान मनोज बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी महाराज बिष्ट, भारत रावत, देवेंद्र, दिगंबर रावत, सुनील बौंठियाल, सूर्य देश शाह आदि मौजूद रहे।