मनरेगा में एमएमएस लागू करने का विरोध
अल्मोड़ा। मनरेगा में माबाइल मनिटरिंग सिस्टम लागू किए जाने का विरोध जारी है। ताड़ीखेत ब्लक के पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि तकनीकी खामियों के कारण पर्वतीय क्षेत्र में मनरेगा के कार्यों के प्रति ग्रामीणों की रुचि समाप्त हो रही है। मुख्य विकास अधिकारी ज्ञापन देकर एमएमएस व्यवस्था की अनिवार्यता को हटाकर पूर्व की व्यवस्था लागू की मांग की है। अल्मोड़ा में सीडीओं को सौंपे ज्ञापन में जैनोली के क्षेत्र पंचायत सदस्य त्रिभुवन फर्त्याल सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क बेहद कमजोर तथा तमाम खामियों के चलते एमएमएस के तहत कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने में व्यवहारिक दिक्कतें पेश आा रही हैं। इसके अलावा वर्क कोड जेनरेशन डिवाइस की अनुपलब्धता, फोटो लोडिंग की दिक्कत, टाईम-इन अपलोडिंग आदि तकनीकी खामियों के चलते कार्यों में ग्रामीणों की रुचि समाप्त होती जा रही है। व्यवहारिक समस्याओं का जल्द निराकरण नहीं होने पर मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना से लोगों का मोह भंग हो जाएगा तथा इस योजना के रसातल में जाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। एमएमएस व्यवस्थ की अनिवार्यता को हटाकर पूर्व की व्यवस्था लागू करने की दिशा में जन भावनाओं से शासन को अवगत कराने की अपील की है।