जूनियर सहायक को एलटी करने का विरोध
देहरादून। शिक्षा विभाग में जूनियर सहायक शिक्षकों का एलटी में संविलियन का विरोध शुरू हो गया है। इस मामले में जहां जूनियर शिक्षक संघ की मांग पर सरकार ने इसके लिए समिति गठित कर दी है। वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसे गलत बताते हुए तत्काल इसे वापिस लेने की मांग की। उनका कहना है कि जूनियर सहायक से एलटी में जाने के लिए वैसे ही चालीस प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था है। ऐसे में पद को ही खत्म किया जाना गलत है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रावत ने बताया कि जूनियर सहायक के पदों को एलटी का करने से शिक्षकों को काफी नुकसान होंगे। खासकर प्राथमिक के शिक्षकों को। एक तो इससे जूनियर सहायक शिक्षकों के हजारों पद ही खत्म हो जाएंगे। इसके अलावा प्राथमिक के शिक्षकों की पदोन्नतियों के रास्ते बंद हो जाएंगे। वहीं पहले जहां विभागीय टेस्ट और वरिष्ठता से केवल योग्य और वरिष्ठ शिक्षक ही एलटी में जाते थे, वहीं अब सारे शिक्षक एलटी में चले जाएंगे। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ेगा। उन्होनें मांग की कि जब एलटी के लिए पहले ही जूनियर सहायकों को 30 और दस प्रतितश आरक्षण मिल रहा है तो सभी पदों को एलटी करना गलत है। उन्होंने कहा कि जूनियर शिक्षक संघ हरिद्वार शाखा ने भी इस बदलाव का विरोध किया है, लेकिन सरकार ने उनकी राय लिए बिना ही समिति का गठन कर दिया। अगर इसे तत्काल भंग नहीं किया जाएगा तो शिक्षक पढ़ाई छोड़कर सड़कों पर आ जाएंगे।