जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : वार्ड नंबर चार के लोगों ने खोह नदी को खनन के लिए खोले जाने का विरोध किया है। कहा कि इससे एक बार फिर आबादी को खतरा हो सकता है। पूर्व में ही बाढ़ के कारण कई लोग बेघर हो चुके हैं। ऐसे में सरकार को अपना निर्णय वापस लेना चाहिए।
गुरुवार को पार्षद हिमांशु वर्मा के नेतृत्व में वार्डवासी तहसील परिसर में पहुंचे। जहां उन्होंने उपजिलाधिकारी को समस्या से अवगत करवाया। कहा कि सरकार ने खोह नदी में खनन का निर्णय लिया है। इसके लिए बकायदा तैयारियां भी चल रही है। लेकिन, सरकार के इस निर्णय से खोह नदी के आसपास रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है। कहा कि नदी में खनन कार्यों की अनदेखी की जाती है। जिससे नदी का रुख एक बार फिर आबादी की ओर हो सकता है। वर्ष 2022 में भी खोह नदी के विकराल रूप ने गाड़ीघाट, काशीरामपुर तल्ला, कुंभीचौड़ सहित अन्य इलाकों में खूब तबाही मचाई थी। इस दौरान कई लोगों के आवासीय भवन तक बह गए थे, यह परिवार आज भी किराए के भवनों में रहने को मजबूर हैं। यही नहीं, सरकार ने भी इन लोगों को किसी तरह की मदद उपलब्ध नहीं करवाई। बताया कि ऐसे में दोबारा से खोह नदी में खनन खोलना ठीक नहीं है। जनता के हित को देखते हुए सरकार को यह निर्णय वापस लेना चाहिए। इस मौके पर देवेंद्र कुमार, रोहित शर्मा, भास्कर प्रजापति, दिनेश रावत, छाया प्रजापति, कौमल राणा, अनुज गुप्ता आदि मौजूद रहे।