गुजरात में बिना इजाजत लंबी छुट्टी या विदेश यात्रा पर गए शिक्षकों पर कार्रवाई के आदेश
गांधीनगर , गुजरात में बिना अनुमति के लंबी छुट्टी या विदेश यात्रा पर गए शिक्षकों का मामला अब गंभीर रूप ले चुका है। हाल ही में हुई एक जांच में आए चौंकाने वाले आंकड़ों ने इस मुद्दे को और तूल दे दिया है। राज्य के विभिन्न जिलों से मिली रिपोर्टों के अनुसार, 17 जिलों के 32 शिक्षक बिना अनुमति के विदेश यात्रा पर हैं, जबकि कई अन्य शिक्षक लंबे समय से छुट्टी पर हैं। अहमदाबाद जिले के सरकारी स्कूलों में चार शिक्षक बिना अनुमति के विदेश यात्रा पर पाए गए। इनमें से एक शिक्षक 177 दिनों से छुट्टी पर है, जिससे सवाल उठ रहा है कि स्कूल प्रबंधन ने इतनी लंबी छुट्टी कैसे मंजूर कर दी।
इसके अलावा, अहमदाबाद ग्राम के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में आठ शिक्षक 90 दिन से अधिक समय से छुट्टी पर हैं, जिनमें से सात शिक्षक विदेश यात्रा पर हैं। यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है जब इन शिक्षकों के कामकाज के दौरान उनकी अनुपस्थिति को लेकर कोई ठोस जवाब नहीं मिलता है।
राज्य के डीईओ और डीपीओ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य में कुल 151 शिक्षक छुट्टी पर हैं।
सरकार इस मामले में खुद को बचाने के लिए दावा कर रही है कि छुट्टी पर गए शिक्षकों को तनख्वाह नहीं दी जा रही है। लेकिन इस मामले ने सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पांसेरिया ने पत्रकारों से बात करते हुए इस बात की पुष्टि की और कहा कि जो शिक्षक बिना अनुमति के लंबी छुट्टी पर गए हैं या विदेश यात्रा पर हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के तहत, राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेगी कि शिक्षकों की अनुपस्थिति की वजह से शिक्षा प्रणाली पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।