सहकारी समितियों की एसआईटी जांच के आदेश
देहरादून। प्रदेश में उन सभी सहकारी समितियों की एसआईटी जांच होगी, जिनमें वित्तीय अनियमितता की शिकायतें सामने आई हैं। सोमवार को सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत ने एसआईटी जांच के आदेश दिए। साफ किया कि समितियों के वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी करने वाले विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों को भी किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि पिछले कुछ समय से सहकारी समितियों में गड़बड़ियों की शिकायतें सामने आ रही थी। प्राथमिक स्तर पर कराई गई जांच में गड़बड़ियों की पुष्टि भी हुई। इसी के बाद विस्तृत जांच का आदेश दिया गया है। जांच के दायरे में प्रदेश भर की कई समितियां आएंगी। पहले चरण में जांच के लिए कुछ समितियों को चुना गया है। अभी तक सहकारी समितियों का पूरा हिसाब किताब कम्प्यूटर की बजाय मैनुवल खातों में ही संचालित होता था। पहली बार केंद्र सरकार की योजना के तहत सभी सहकारी समितियों का कम्पयूटरीकरण किया गया। सारा रिकॉर्ड ऑनलाइन होते ही गड़बड़ियां पकड़ में आने लगी। अब इन सभी समितियों की एसआईटी जांच के आदेश होते ही अफसरों से लेकर समितियों से जुड़े जनप्रतिनिधियों में खलबली मच गई है।
अफसरों से होगी गबन की वसूली, जांच बढ़ेगी
सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि जांच में समितियों के वित्तीय लेनदेन में विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों को भी दोषी पाया गया है। इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गबन की रकम को ब्याज समेत वसूला जाएगा। अभी एसआईटी जांच सिर्फ कुछ ही समितियों को लेकर हो रही है। सहकारिता मंत्री ने बताया कि जांच का दायरा बढ़ाते हुए अन्य सहकारी समितियों की भी पड़ताल की जाएगी।
इन समितियों की होगी जांच
पौड़ी में डाण्डामंडी और चांदपुर समिति, देहरादून में विकासनगर, त्यूणी, दसऊ व भानियावाला समिति, रूद्रप्रयाग में दैड़ा बहुउद्देश्यीय साधन सहकारी समिति, टिहरी में मेगाधार (भिलंगना), बड़कोट (जाखणीधार), सांदणा (जाखणीधार), पडिया, रौणिया (प्रतापनगर) समिति, अल्मोड़ा में फलसीमा व भवाली समिति, हरिद्वार में बहुउद्देश्यीय किसान सेवा सहकारी समिति बेल्डा, मंगलौर पूर्वी, खेलपुर, बहुउद्देश्यीय साधन सहकारी समिति जवाहरखान, खेडी सिकोहपुर, जवाहरखान बुजुर्ग, धनपुरा, बहुउद्देश्यीय प्रारम्भिक कृषि ऋण सहकारी समिति सलेमपुर, चमोली में मसोली समिति, उत्तरकाशी में जखौल, नैनीताल में ल्योलीकोट व सुयालवाड़ी और ऊधमसिंह नगर में फौजीमटकोटा समिति, रूद्रपुर शामिल है।
भ्रष्टचार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समितियों का कम्प्यूटराइजेशन करने के बाद बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ियों के मामले सामने आ रहे हैं। जिन भी समितियों में गड़बड़ी सामने आएगी, उनकी एसआईटी जांच होगी। ताकि घोटाले और घपलेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। ऐसा कर समितियों के संचालन में पारदर्शिता लाई जाएगी। ताकि आम लोगों को सहकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके। -धन सिंह रावत, सहकारिता मंत्री