बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर जताया रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर व्यापार मंडल सहित विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की ओर से दोपहर 12 बजे तक बाजार भी बंद रखा गया। लोगों ने केंद्र सरकार से हिंदुओं पर अत्याचार रोकने के लिए बांग्लादेश पर राजनीतिक दबाव बनाने की मांग उठाई। कहा कि हिंदुओं पर अत्याचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल से जुड़े व्यापारियों के दोपहर तक के बाजार बंद के आह्वान का कोटद्वार मुख्य बाजार पर पूरी तरह असर रहा। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान दोपहर तक बंद रखे। हालांकि दोपहर बाद बाजार की स्थिति सामान्य हो गई थी। इस दौरान सुबह की गाड़ियों से कोटद्वार पहुंचे यात्रियों को चाय के लिए भी तरसना पड़ा। आक्रोशित व्यापारियों ने झंडाचौक से तहसील परिसर तक जुलूस निकाला और उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनके घरों को निशाना बनाने के साथ ही उनके धार्मिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले को सीधे जेल में डाल दिया जा रहा है। कहा कि भारत सरकार को इस संबध में सक्रियता दिखाते हुए बांग्लादेश में हिंदुओ पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। ज्ञापन में राष्ट्रपति से इस संबध में केंद्र सरकार को निर्देशित करने की अपील की गई है। व्यापारियों के आंदोलन को विहिप, बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी अपना समर्थन दिया। आंदोलन को समर्थन देने वालों में व्यापार मंडल अध्यक्ष कोटद्वार भंजू भाटिया, भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र रावत, राजगौरव नौटियाल, दीपू पोखरियाल, अमिताभ अग्रवाल, आशीष सतीजा, डा. विजय मैठाणी, दिनेश जुयाल, राजेश रावत, विवेक अग्रवाल, लाजपत राय भाटिया, सेवक राम मानूजा, हरीश बहरानी, नवीन गोयल, सुबोध कर्णवाल और सुनील गोयल सहित सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग मौजूद रहे।
हिंदू युवा वाहिनी ने जताया रोष
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर्र ंहदू युवा वाहिनी ने भी रोष व्यक्त किया है। कहा कि हिंदुओं पर अत्याचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि भारत सरकार को इस मामले को तत्काल संयुक्त राष्ट्र में उठाकर संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में शांति सेना भिजवानी चाहिए। इस मौके पर प्रदेश प्रभारी धर्मवीर गुसाईं, अमिताभ अग्रवाल आदि मौजूद रहे।