पिथौरागढ़। आसाम राइफल्स भूतपूर्व सैनिकों ने बैठक कर समस्याओं को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने वन रैंक वन पेंशन का लाभ नहीं मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा सरकार उनकी उपलब्धियों को भुला चुकी है। कई बार मांग के बाद भी उन्हें ओआरओपी का लाभ नहीं मिल रहा है। वे इस मामले को देश के मुखिया के सामने रखना चाहते हैं, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया जा रहा। कहा अपनी मांगों के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। शनिवार को पिथौरागढ़ में आसाम राइफल्स भूतपूर्व सैनिकों की सूबेदार मेजर देव सिंह रावत की अध्यक्षता में बैठक हुई। सैनिकों ने कहा वह लंबे समय ओआरओपी की मांग कर रहे हैं। बावजूद इसके उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। बैठक में पहुंचे मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय जनरल सेकेट्री वीटी नायर ने कहा आसाम राइफल के सैनिकों ने देश सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन सरकार उनके हितों की अनदेखी कर उनकी उपलब्धियां भुला चुकी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा इस मामले में पूर्व में देश के गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को ज्ञापन भेजा गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने की कोशिश के बाद भी समय नहीं दिया जा रहा। कहा अपनी मांगों को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान सूबेदार उमेद सिंह, दिवान सिंह विष्ट, भूपाल चंद, मोहन चंद्र, एमसी जोशी, कैलाश राम, एमएस विष्ट, पूरन सिंह, मोहन चंद्र पांडे, रुकमणी जोशी, रीना देवी, पूजा कुमारी, खुशी कुमारी, कुंती देवी, नरू देवी, निर्मल भंडारी, कमल मेहता सहित कई सैनिक शामिल रहे।