गढ़वाल विवि प्रशासन के खिलाफ कर्मचारियों में आक्रोश
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि में शिक्षणेत्तर कर्मियों की लंबित मांगों पर विवि प्रशासन की ओर से कार्यवाही न किए जाने पर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान आक्रोशित कर्मियों ने कहा कि विवि प्रशासन उनकी मांगों की लगातार उपेक्षा कर रही है। उन्होंने विवि प्रशासन पर चहेतों के नियम विरुद्ध प्रमोशन किए जाने व रिक्त पदों के सापेक्ष तदर्थ कर्मियों का समायोजन न करने का आरोप भी लगाया। कहा पूर्व में दिए गए 11 सूत्रीय मांग पत्र पर भी विवि प्रशासन ने आज तक कोई कार्यवाही नहीं की है।
कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले शनिवार को कर्मियों ने विवि प्रशासनिक भवन परिसर में बैठक की। इस दौरान समिति के अध्यक्ष डा. देवेंद्र फस्र्वाण, सुनील रावत ने कहा कि विवि प्रशासन की मनमानी से कर्मियों के हित बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष डा. फस्र्वाण गत 25 अगस्त से विवि के कार्यों में बिना व्यवधान डाले मोबाइल दैनिक उपवास के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा विवि स्तर से उनकी मांगों के संदर्भ में वार्ता तक नहीं की जा रही है। यहां तक कि मोबाइल अनशनकारी फस्र्वाण की मेडिकल जांच भी नहीं कराई गई और न ही वार्ता हेतु कोई पत्राचार किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विवि बनने के बाद कुछ खास लोगों को राज्य सरकार के जीओ का लाभ दिया गया, जबकि अधिकांश कर्मचारी इस लाभ से वंचित हैं। उन्होंने कहा यदि शीघ्र ही मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती है तो दीपावली के बाद कर्मचारियों को उग्र आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। इस मौके पर शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के निवर्तमान अध्यक्ष राजेंद्र भंडारी, रविंद्र सिलवालव, राजेंद्र सिंह रावत, मयंक जोशी, राजीव तोमर, बृजमोहन, उत्तम सिंह, यशवंत सिंह रावत आदि मौजूद रहे।