बिग ब्रेकिंग

मुरादाबाद में सामूहिक नमाज: 27 लोगों पर केस के बाद ओवैसी की एंट्री, ट्वीट से विवाद बढ़ा

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

मुरादाबाद, एजेंसी। मुरादाबाद में छजलैट थाना क्षेत्र के गांव दूल्हेपुर में हिंदू समाज के विरोध के बाद भी गांव में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने के विवाद ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस इस मामले में 17 लोगों को नामजद करते हुए 27 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच कर रही है। इसी बीच अल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसे लेकर ट्वीट करके विवाद को हवा दे दी है। मुरादाबाद पुलिस ने भी ट्वीट का जवाब देते हुए बताया है कि दूल्हेपुर में मस्जिद न होने के बाद भी बड़ी संख्या में लोग नमाज के लिए जुटे। शिकायत के बाद केस पंजीत करके कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि दूल्हेपुर गांव के नन्हे, चंद्रपाल, बाबूराम, मुरारी सिंह आदि ने पुलिस से शिकायत कर बताया था कि दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा जगह बदल-बदलकर सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी जा रही है। इससे गांव में दोनों समुदाय के बीच तनाव का माहौल बन गया है। इस संदर्भ में दोनों समुदाय के लोगों के बीच पहले हुई पंचायत में तय हुआ था कि दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढ़ी जाएगी।
कुछ दिनों तक तो सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढ़ी गई लेकिन फिर से समझौते का उल्लंघन करके जगह बदलकर शुरू कर दी गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मौका मुआयना किया। आरोप सही पाए गए। इसी आधार पर पुलिस ने वाहिद, अनवार, मुस्तकीम, सईद, जाकिर, अलीशेर, रमजानी, मुस्लिम, मोहम्मद अली, ईदा, हाकामली, हनीफ, शौकीन, सलीम, नूरा, असलम समेत 17 नामजद व दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। सीओ कांठ सलोनी अग्रवाल ने मुकदमा दर्ज किए जाने की पुष्टि की। कहा कि मामले की जांच की जा रही है। माहौल बिगाड़ने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
सोमवार को दूल्हेपुर नमाज विवाद को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया तो सोशल मीडिया पर नई बहस शुरू हो गई। ओवैसी ने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाया है। कहा है कि श्भारत में मुसलमान अब घरों में भी नमाज नहीं पढ़ सकते? क्या अब नमाज पढ़ने के लिए भी हुकूमतध्पुलिस से इजाजत लेनी होगी? नरेंद्र मोदी को इसका जवाब देना चाहिए, कब तक मुल्क में मुसलमानों के साथ दूसरे दर्जे के शहरी का सुलूक किया जाएगा?श्।
उधर, मुरादाबाद पुलिस ने इस ट्वीट पर अपना पक्ष रखा है कि जहां नमाज पढ़ी जा रही थी, वहां कोई मस्जिद नहीं बल्कि केवल दो घर है। दोंनों गृह स्वामियों समेत 27 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!