प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति में देरी से शिक्षक नाराज
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजकीय शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय में कई वर्षों से प्रधानाचार्य पदों पर शिक्षकों की पदोन्नति न किए जाने पर नाराजगी जताई। संघ ने पदोन्नति की मांग को लेकर प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है।
संघ के जिलाध्यक्ष जयदीप रावत व जिला मंत्री मनमोहन सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा कि राजकीय विद्यालयों में कई वर्षों से प्रधानाचार्य/प्रधानाध्यापक के पद रिक्त चल रहे हैं, जिस कारण शैक्षणिक व्यवस्थाओं के साथ-साथ शिक्षण पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। संगठन कई वर्षों से प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति की मांग कर रहा है, लेकिन अभी तक सरकार ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की। जिससे शिक्षकों में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीन चौथाई विद्यालयों में वरिष्ठ शिक्षक ही शिक्षण के साथ-साथ प्रधानाचार्य के दायित्वों सहित दोहरी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। पूर्व में सरकार द्वारा सभी विभागों में पदोन्नति के लिए शिथिलीकरण की व्यवस्था थी, परंतु वर्तमान समय में व्यवस्था समाप्त किए जाने से पदोन्नति के रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे अधिकांश शिक्षक जिस पद पर नियुक्त हुए हैं उसी पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जबकि संबंधित व्यवस्था शिथिलीकरण का लाभ शीर्ष स्तर पर कुछ विभागों में दिया जा रहा है। उन्होंने शिथिलीकरण की पूर्व व्यवस्था को शुरू कर प्रधानाचार्य के रिक्त पदों पर पदोन्नति करने की मांग की है। जिससे प्रदेश के शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार हो सके अन्यथा आने वाले समय में समस्या और विकट हो सकती है।