पिगरी फार्मिंग से जुड़कर स्वरोजगार अपनाएं पहाड़ी युवा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार/सतपुली : यूरोपीय देशों की तर्ज पर एकेश्वर ब्लाक के मलेठी में पिगरी फार्मिंग शुरू हो गई है। देवभूमि सहकारी समिति के पहल पर फार्मिंग का विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया। इस मौके पर पिगरी फार्मिंग को स्वरोजगार के क्षेत्र में नया कार्यक्रम बताया गया।
मलेठी में आयोजित कार्यक्रम में पिगरी फार्म का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि अपर निदेशक पशुपालन गढ़वाल मंडल डॉ. अशोक कुमार व देवभूमि सहकारी समिति के संस्थापक सुंदर सिंह चौहान ने किया। इस मौके पर एडी पशुपालन डॉ. अशोक कुमार ने पिगरी फार्मिंग के बारे में कई तकनीकी जानकारियां दी। कहा कि इस प्रकार की फार्मिंग यूरोपीय देशों में बहुतायत में की जाती है। जो कि काफी मुनाफे का स्वरोजगार भी है। कहा कि भारत सरकार द्वारा पिगरी फार्मिंग को राष्ट्रीय पशुधन मिशन के द्वारा प्रमुखता से रखा गया है। सरकार की ओर से इस प्रकार के कार्यक्रमों के लिए लिए पचास फीसदी अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने लोगों से सरकार की इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की। कार्यक्रम में फार्म के संस्थापक व सामाजिक कार्यकर्ता सुंदर सिंह चौहान ने फार्मिंग की स्थापना और उद्देश्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि योजना रंग लाई तो पहाड़ के बेरोजगार युवाओं को इस फार्मिंग के माध्यम से रोजगार मुहैया कराया जाएगा। साथ ही इच्छुक युवाओं को पिगरी फार्मिंग करने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को फार्मिंग का नि:शुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस मौके पर सीवीओ डॉ. देवेंद्र बिष्ट, उप सचिव स्वास्थ्य निदेशालय देहरादून डॉ. मयंक बडोला, चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह रावत, संरक्षक राजेंद्र सिंह रावत, अनु पंत आदि मौजूद रहे।