पेंटिंग/स्लोगन प्रतियोगिता में पौड़ी जिले से 655 बच्चों ने किया प्रतिभाग
जयन्त प्रतिनिधि
कोटद्वार। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्य के 13 जिलों में ईको क्लब, युसर्क द्वारा पेंटिंग एवम् स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। पौड़ी जिले से प्रतियोगिता में 655 बच्चों ने प्रतिभाग किया। पेंटिग अथवा स्लोगन में जिला व प्रदेश स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। प्रतियोगिता का परिणाम युसर्क की वेबसाइट पर 20 जून 2020 तक घोषित किया जाएगा।
पौड़ी जनपद के जिला समन्वयक महेंद्र सिंह राणा ने बताया कि उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र द्वारा स्थापित स्मार्ट इको क्लब द्वारा नौला फाउंडेशन वलक्ष्य सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में राज्य स्तरीय पेंटिंग एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन 1 से 5 जून 2020 तक किया गया। यूसर्क के निदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत ने बताया कि यह प्रतियोगिता राज्य के 13 जनपदों में आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति रुझान को बढ़ावा देना है तथा कोरोना महामारी के समय में पेंटिंग व स्लोगन के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलेगा। प्रतियोगिता के समन्वयक एवं स्मार्ट इको क्लब परियोजना के राज्य समन्वयक डॉ. राजेन्द्र सिंह राणा ने बताया कि यह प्रतियोगिता विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘पर्यावरण संरक्षण में मेरा योगदान’ विषय पर राज्य के 13 जनपदों में आयोजित की गई। उक्त प्रतियोगिता में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्र्थियो द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त प्रतियोगिता में उत्तराखंड के 13 जनपदों से 8000 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। उक्त प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु प्रदेश स्तर पर 13 जिला समन्वयक नियुक्त किए गए थे। यह प्रतियोगिता अल्मोड़ा में जमुना प्रसाद तिवारी, बागेश्वर में दीपचंद्र जोशी, चमोली में राजेंद्र थपलियाल, चंपावत में रवि बोगाटी, देहरादून में पवन शर्मा, हरिद्वार में अजय कुमार शर्मा, नैनीताल में श्रीमती आशा बिष्ट, पौड़ी में महेंद्र सिंह राणा, पिथौरागढ़ में दया कृष्ण बेरी, रुद्रप्रयाग में गजेंद्र प्रसाद चंद्रवाल, टिहरी में मनीष राणा, उधम सिंह नगर में नरेंद्र सिंह रौतेला, उत्तरकाशी जिले में गणेश राणा को जिला समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।