अमृतसर ,जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा की गई सख्त कार्रवाई का असर अब भारत-पाकिस्तान की अटारी सीमा पर दिखाई दे रहा है। भारत द्वारा वीजा रद्द किए जाने के बाद पाकिस्तान लौट रहे पाकिस्तानी नागरिकों को आज अटारी सीमा पर पाकिस्तानी अथॉरिटीज की ‘शरारत’ के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। पाकिस्तानी इमीग्रेशन गेट देर से खोले जाने के कारण भारतीय सीमा में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले में 26 भारतीयों की मौत के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए थे। इन सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक भारत छोडक़र अपने वतन लौट जाने का निर्देश दिया गया था। इसी क्रम में ये नागरिक अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान लौट रहे थे।
लेकिन आज अटारी सीमा पर उस समय अप्रत्याशित स्थिति बन गई, जब पाकिस्तान की ओर से इमीग्रेशन गेट समय पर नहीं खोले गए। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी अथॉरिटीज ने गेट खोलने में जानबूझकर देरी की और करीब 2 घंटे की देरी से, दोपहर 12 बजे के आसपास ही गेट खोले गए।
इस देरी के कारण भारतीय सीमा के अंदर, अटारी चेकपोस्ट की ओर पाकिस्तान जाने वाले वाहनों और यात्रियों की लंबी कतारें लग गईं। जम्मू-कश्मीर पुलिस जिन पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर आई थी, उनकी बस भी भारतीय बैरिकेड के अंदर तो आ गई, लेकिन पाकिस्तानी गेट बंद होने के कारण आगे नहीं बढ़ सकी। भीषण गर्मी और धूप में लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा।
भारतीय अधिकारियों ने इस देरी को पाकिस्तानी अथॉरिटीज की ओर से एक तरह की जानबूझकर की गई कार्रवाई माना है, जिसका उद्देश्य वीजा रद्द होने के बाद लौट रहे पाकिस्तानी नागरिकों और भारतीय पक्ष को परेशान करना हो सकता है।