पानी के व्यवसायिक उपयोग पर पंचायत प्रतिनिधि नाराज
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: भैरवगढ़ी पंपिंग पेयजल योजना के पानी का उपयोग व्यवसायिक रूप में किए जाने पर पंचायत प्रतिनिधियों ने रोष व्यक्त किया है। जयहरीखाल के क्षेत्र पंचायत प्रमुख दीपक भंडारी ने जल निगम से मामले की जांच करने को कहा है। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी से भी योजना के पानी का व्यवसायिक उपयोग बंद करवाने की मांग की है।
लैंसडौन समेत तीन प्रखंडों के लिए बनाई गई बहुउद्देशीय भैरवगढ़ी पंपिंग योजना क्षेत्र के ग्रामीणों की प्यास बुझाने के लिए बनाई गई है। 60 करोड़ के बजट से बनी भैरवगढ़ी पंपिंग योजना अभी जल निगम के पास है। भैरवगढ़ी का कार्य पूर्ण होने पर इसे जल संस्थान को सौंपा जाना है। क्षेत्र पंचायत प्रमुख दीपक भंडारी का आरोप है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बनाई गई योजना से होटलों में पेयजल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। कहा कि भैरवगढ़ी पंपिंग योजना के लिए क्षेत्रीय ग्रामीणों ने सड़कों में आंदोलन किए, धरना-प्रदर्शन किया। अब जब यह योजना शुरू हो गई है तो ग्रामीणों के हक का पानी होटल व्यवसायियों को दिया जा रहा है। उन्होंने जल निगम के अधिशासी अभियंता को प्रकरण की जांच करने के लिए कहा। साथ ही जिलाधिकारी को पत्र भेज कार्यवाही की मांग की है। दूसरी ओर, जलनिगम के अधिशासी अभियंता आशीष मिश्रा ने भी माना कि भैरवगढ़ी योजना से मिल रहे पानी का व्यवसायिक प्रयोग की शिकायती मिली है। उन्होंने जांच के बाद कनेक्शन काटने की बात कही।