पंचायत प्रतिनिधियों ने ब्लॉक मुख्यालयों पर की तालाबंदी
विकासनगर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को पूरे प्रदेश में एक साथ कराए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को पंचायत प्रतिनिधियों ने पछुवादून के चारों ब्लॉक मुख्यालयों पर तालाबंदी कर प्रदर्शन किया। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार पूरे देश में एक देश एक चुनाव प्रणाली लागू करने की वकालत कर रही है, लेकिन उत्तराखंड में पंचायत चुनावों को ही एक साथ नहीं कराया जा रहा है। त्रिस्तरीय पंचायतों के लिए एक प्रदेश एक चुनाव की मांग को लेकर मंगलवार को सहसपुर, विकासनगर, कालसी और चकराता ब्लॉक मुख्यालयों में पंचायत प्रतिनिधियों ने तालाबंदी की। सुबह दस बजे पहुंचे ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों ने अधिकारियों, कर्मचारियों को कार्यालय में नहीं जाने दिया। कालसी ब्लॉक मुख्यालय में तालाबंदी करने वालों का नेतृत्व कर रहे ब्लॉक प्रमुख मठोर सिंह ने कहा कि प्रदेश के 12 जनपदों में पहले चुनाव कराए जाते हैं, जबकि हरिद्वार में दो साल बाद पंचायत चुनाव होते हैं। केंद्र सरकार पूरे देश में एक राष्ट्र एक चुनाव प्रणाली को लागू करने की कवायद में लगी हुई। इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी है। लेकिन प्रदेश सरकार यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को एक साथ कराने के लिए कोई कार्यवाही नहीं कर रही है, जबकि प्रदेश में दो बार पंचायत चुनाव कराने से सरकार पर आर्थिक भार भी बढ़ता है।
चकराता के ब्लॉक प्रमुख निधि राणा ने कहा कि भाजपा सरकार वही काम करती है, जिससे उसे फायदा होता है। प्रदेश में उपचुनाव में हारने के बाद भाजपा को पंचायत चुनावों में भी हार का डर सता रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में एक साथ चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। विकासनगर और सहसपुर में भी पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना देकर नारेबाजी की। तालाबंदी करने वालों में नरेंद्र तोमर, जाहिरा खातून, डॉ. रमेश सैनी, आजाद अली, अरूण खत्री, शशिबाला रौंछेला, अनीता देवी आदि शामिल रहे।