घनसाली के चंदला गांव में दरारें पड़ने से लोगों में दहशत
नई टिहरी(आरएनएस)। घनसाली के घुत्तू भिलंग में निर्मित 29 मेगावाट की भिलंगना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की 6 किमी लंबी की सुरंग के ऊपर बसे चंदला गांव के आवासीय भवनों और कृषि भूमि में दरारें आने से ग्रामीण दहशत में आ गए हैं। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से विस्थापन की मांग की है। वर्ष 2004 में भिलंगना हाइड्रो पावर का कार्य पूर्ण होने के बाद बिजली उत्पादन शुरू हो गया। लेकिन तब से परियोजना की 6 किमी लंबी सुरंग के ऊपर बसे गांवों में हल्का-हल्का भू-धंसाव होने के साथ दरारें पड़नी शुरू हो गई थी। ग्रामीण भजन सिंह रावत बताया कि हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की सुरंग के ऊपर बसे चंदला, वीना, सिंदवाल गांव तथा जोगियाडा सहित 6 गांवों के भवनों और कृषि भूमि में भूधंसाव के साथ दरारें पड़ने से ग्रामीण परेशान थे। बताया कि धीरे धीरे दरारें चौड़ी होने लगी है। बताया चंदला गांव में पड़ी दरारों की चपेट में कई आवासीय भवन और कृषि भूमि आ गई है। दरारें बड़ी होने से ग्रामीणों में दहशत में है, डर के मारे कई लोग अपने घरों को छोड़ चुके हैं। बताया इस संबंध में ग्रामीणों ने पूर्व में डीएम को पत्र भेजकर प्रभावित गांवों का निरीक्षण कराने की मांग की थी। जिसके बाद घनसाली एसडीएम शैलेन्द्र सिंह नेगी ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि चंदला गांव के भवनों और आंगनों में चौड़ी दरारें पड़ी हुई हैं, जिसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। उधर घनसाली तहसीलदार महेशा शाह ने बताया कि शुक्रवार को तीन सदस्यीय टीम प्रभावित गांवों का दौरा करेगी। टीम में प्रशासन, जियोलॉजिकल और आरडब्ल्यूडी घनसाली के प्रतिनिधि शामिल होंगे। कहा सर्वेक्षण टीम की रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।