चम्पावत। नगर से लगी ग्राम सभा पाटन-पाटनी और सुंई के आसपास गुलदार की दहशत थमने का नाम नहीं ले रही है। अब गुलदार के आबादी वाले क्षेत्र में दस्तक देने से लोगों में दहशत है। ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजड़ा लगाने और क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग की है। मंगलवार खीमानंद और दिनेश चंद्र ने बताया आइटीबीपी आवासीय परिसर के जंगलों से गुलदार के गुर्राने की आवाज आ रही थी। वह आधे रास्ते से घर को लौट गए। इससे पूर्व छमनिया,गलचौड़ा,पऊ, चमनपुर में कई पालतू मवेशियों को निवाला बना चुका है। बीते माह राइकोट बुंगा में जंगल में लकड़ी बीनने गए एक युवक पर गुलदार ने हमला कर दिया था। तीन माह पूर्व राइकोट महर में एक बच्चे पर हमला कर दिया था। वन विभाग ने गुलदार प्रभावित क्षेत्र में तीन पिंजड़े और पांच ट्रैप कैमरे लगाए हैं लेकिन गुलदार की लोकेशन नहीं दिखाई दे रही है। रेंजर दीप जोशी ने बताया वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है। लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। वहीं बाराकोट ब्लाक के डोबाभागू में एक पखवाड़े में आठ पालतू मवेशियों को गुलदार ने निवाला बना दिया। डोबाभागू के पूर्व ग्राम प्रधान हेमा तिवारी, जगदीश तिवारी ने वन विभाग से पिंजड़ा लगाने गश्त बढ़ाने की मांग की है।