जम्मू , एजेंसी । श्रीनगर में लाल चौक पर आतंकियों ने मंगलवार शाम को हमला किया। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। आतंकियों की तलाश में इलाके की घेराबंदी कर अभियान चलाया जा रहा है। आतंकी हमले में जान गंवाने वाले व्यक्ति की पहचान कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू के रूप में हुई है।
बता दें कि आतंकवादियों ने इकबाल पार्क के पास बिंदरू मेडिकेट के मालिक माखन लाल बिंदरू पर गोलियां चलाईं। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी जारी है। इससे पहले 17 सितंबर को आतंकियों ने पुलिस में बतौर फलोवर काम कर रहे बंटू शर्मा को नजदीक से गोली मारकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। यह परिवार पिछले 30 वर्षों से अधिक समय से कश्मीर में रह रहा है।
कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी के प्रयासों और उनकी संपत्तियों से कब्जे हटाने की कवायद के बीच पाकिस्तान ने फिर 1990 जैसे हालात पैदा करने की साजिश रची है। कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाकर उन पर होने वाले हमले इसकी पुष्टि करते हैं। नब्बे के दशक में भी इसी तरह हालात पैदा किए गए थे, जिसके बाद कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई को यह रास नहीं आ रहा है कि सरकार ने कश्मीरी पंडितों की संपत्तियों से कब्जे हटाने का अभियान शुरू किया है। इसी के चलते पाकिस्तान ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और टीआरएफ (द रजिस्टेंस फ्रंट) को इस समाज को निशाना बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। पूरी साजिश लोगों में खौफ का वातावरण बनाने की है। इसी साजिश के तहत पिछले कुछ दिनों से कश्मीरी पंडितों पर आतंकियों ने हमले तेज किए हैं।