परभणी , परभणी घटना के पीडि़त परिवारों से मिलने के बाद कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह घटना स्पष्ट रूप से हिरासत में मौत का मामला है और इसमें जातिगत भेदभाव की भूमिका साफ नजर आती है।
राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, मैंने पीडि़त परिवार और उन लोगों से मुलाकात की जिन्हें पुलिस ने पीटा। उन्होंने मुझे पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वीडियो और तस्वीरें दिखाईं। यह साफ तौर पर हिरासत में मौत का मामला है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर विधानसभा में झूठ बोला, जो अस्वीकार्य है।
उन्होंने आगे कहा, यह हत्या इसलिए हुई क्योंकि वह युवक दलित था और संविधान की रक्षा करने की कोशिश कर रहा था। आरएसएस की विचारधारा संविधान को खत्म करने की है, और यह घटना इसी मानसिकता का परिणाम है।
राहुल गांधी ने इस मामले में त्वरित न्याय की मांग की और कहा कि यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि एक मानवाधिकार और न्याय का सवाल है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि इस मामले का समाधान हो और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। न्याय हर हाल में मिलना चाहिए।
राहुल गांधी के इन बयानों के बाद राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष इस मामले में सरकार पर दबाव बढ़ा रहा है, जबकि सरकार ने अभी तक इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।
बता दें परभणी में अचानक भडक़ी हिंसा के बाद पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीथी। जिसके बाद कुछ लोगों के हिरासत में लिया गया था। जिसमें पुलिस हिरासत में एक दलित छात्र जो लॉ का स्टूडेंट था उसकी मौत हो गई थी।