खेल

पेरिस ओलंपिक दुनिया के पहले कार्बन जीरो हॉकी टर्फ पर खेला जाएगा

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

लुसाने (स्विट्जऱलैंड),  पेरिस ओलंपिक खेलों की हॉकी प्रतियोगिता इस बार अभूतपूर्व होने जा रही है। हॉकी मैच दुनिया के पहले कार्बन-जीरो हॉकी टर्फ पर खेले जाएंगे जो खेलों में सतह के मामले में नए मापदंड स्थापित कर रहे हैं।कार्बन-जीरो टर्फ 80 फीसदी गन्ने से बनाये जाते हैं और ग्रीन ऊर्जा का इस्तेमाल कर इनका निर्माण किया जाता है जिसका पर्यावरण पर कम प्रभाव होगा। हर मैच से पहले इसमें सिंचाई के लिए कम पानी की जरूरत होगी।31 ओलंपियाड में हॉकी प्रतियोगिता का लक्ष्य न केवल खेल उपलब्धियों में बल्कि पर्यावरण और वैश्विक खेल आयोजनों के दायरे में जागरूकता को आगे बढ़ाने में भी एक स्थायी विरासत छोडऩा है।अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने हॉकी को विश्व स्तर पर टिकाऊ खेल बनाने के लिए सख्त प्रतिबद्धता जताई है और पेरिस 2024 उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में उठाए गए एक और कदम का प्रतिनिधित्व करेगा। प्रारंभिक कदम पानी के उपयोग में लगातार कमी के साथ उठाए गए थे, जो कि टोक्यो में ओलंपिक खेलों में इस्तेमाल किए गए टर्फ द्वारा प्रदर्शित किया गया था, जिसमें केवल चार साल पहले रियो में इस्तेमाल किए गए टर्फ की तुलना में इष्टतम प्रदर्शन के लिए 39 फीसदी कम पानी की आवश्यकता थी।ओलंपिक गेम्स पेरिस 2024 में, हॉकी अभिनव पोलिग्रास पेरिस जीटी ज़ीरो हॉकी टर्फ पर खेली जाएगी, जो खेल सतहों में स्थिरता के लिए नए मानक स्थापित कर रही है।एफआईएच ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि स्पोर्ट ग्रुप द्वारा विकसित और पॉलीटन द्वारा पेरिस में स्थापित, यह उन्नत टर्फ दुनिया का पहला कार्बन-जीरो हॉकी टर्फ है, जो पेरिस 2024 खेलों की स्थिरता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता के अनुरूप है, ।कार्बन-जीरो पॉलीग्रास पेरिस जीटी ज़ीरो 80 फीसदी गन्ने से बनाया गया है और ग्रीन ऊर्जा का उपयोग करके निर्मित किया गया है। एफआईएच विज्ञप्ति में कहा गया है कि उत्पादन प्रक्रिया कम उत्सर्जन और ऊर्जा दक्षता पर जोर देती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि टर्फ का जीवनचक्र – निर्माण से निपटान तक – उच्चतम पर्यावरण मानकों का पालन करता है।यह पर्यावरण-अनुकूल टर्फ प्रदर्शन पर कोई समझौता नहीं करता है। एथलीट उसी उच्च गुणवत्ता वाली खेल क्षमता, गेंद की गति और स्थिरता की उम्मीद कर सकते हैं जिसके लिए पॉलीग्रास सतहें जानी जाती हैं, जिन पर 8 ओलंपिक खेलों और कई विश्व कपों में भरोसा किया गया है। पेरिस 2024 ओलंपिक हॉकी का लक्ष्य यह प्रदर्शित करना होगा कि स्थिरता और शीर्ष स्तरीय एथलेटिक प्रदर्शन साथ-साथ चल सकते हैं।इसके अलावा, पॉलीग्रास पेरिस जीटी ज़ीरो को पानी बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें पारंपरिक सिंथेटिक टर्फ की तुलना में काफी कम सिंचाई की आवश्यकता होती है, जो जल संसाधनों को संरक्षित करने के वैश्विक प्रयासों के अनुरूप है, क्योंकि दुनिया पानी की कमी के मुद्दों से जूझ रही है।ओलंपिक गेम्स पेरिस 2024 में पॉलीटन के पोलिग्रास पेरिस जीटी ज़ीरो की शुरूआत टिकाऊ हॉकी तकनीक में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। नवीकरणीय संसाधनों का उपयोग करके और पर्यावरणीय प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करके, यह नया टर्फ न केवल विशिष्ट एथलेटिक प्रदर्शन का समर्थन करता है, बल्कि स्थिरता को प्राथमिकता देने के लिए भविष्य के हॉकी आयोजनों के लिए एक मिसाल भी कायम करता है, जो लंबे समय से एफआईएच का लक्ष्य रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!