परिवार को आरक्षण का लाभ एक बार ही मिलना चाहिए
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर गढ़वाल। आरक्षण व्यवस्था से संबंधित विसंगतियों को दूर करने को लेकर अब जल्द पहल होगी। जिसके लिए उत्तराखंड आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति का गठन भी किया गया। रविवार को गुरुद्वारा परिसर श्रीनगर में हुई बैठक में सामाजिक कार्यकत्र्ता कुशलानाथ को संघर्ष समिति का संयोजक चुना गया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आरक्षण को लेकर जारी विसंगतियों को दूर करवाने के लिए संघर्ष समिति सरकार के साथ पत्र व्यवहार और वार्ता भी करेगी। परिवार को आरक्षण का लाभ केवल एक बार ही मिलना चाहिए। देवेंद्र प्रसाद को संघर्ष समिति का उपसंयोजक, डॉ. डब्ल्यूएस श्वेता सेमवाल को सहसंयोजक महिला और अमर देव को संघर्ष समिति का सचिव चुना गया। वक्ताओं ने कहा कि आरक्षण वर्ग के ही व्यक्तियों द्वारा लगातार आरक्षण पर आरक्षण का लाभ लेते रहने से आरक्षित समाज में ही गरीब और अमीर की खाई पैदा हो चुकी है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुशलानाथ ने कहा कि जिस व्यक्ति अथवा परिवार को आरक्षण का लाभ एक बार मिल चुका है उसे आरक्षण से बाहर किया जाना जरूरी है, तभी आरक्षण वर्ग के गरीब व्यक्ति को इसका लाभ मिल सकेगा। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आरक्षण का लाभ एक बार ही देने को लेकर विधानसभा से कानून बनाने की मांग भी संघर्ष समिति करेगी। सफाई कर्मचारी और वाल्मीकि समाज के बच्चों के लिए अलग से पांच प्रतिशत आरक्षण भी किया जाए। इस मौके पर प्रिया कोहली, श्वेता सेमवाल, अमर देव, संतोषी, रचना, शिवानी, अरविद कुमार, मुकेश नौटियाल, गायित्री, शिवचरण शाह आदि ने विचार व्यक्त किए।