पार्क क्षेत्र में निर्माण कार्यो में अनियमितता की जांच होगी
उत्तरकाशी। गोविद वन्यजीव विहार और राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र में अनियमितताओं का मामला सामने आया है। इस संबंध में स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को ज्ञापन दिया। मामले में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने उत्तरकाशी के प्रभागीय वनाधिकारी को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में मोरी ब्लॉक के ज्येष्ठ उप प्रमुख प्रदीप रांगड़ ने कहा कि विभाग के उप निदेशक की ओर से पार्क क्षेत्र में निर्माण कार्यों में भारी अनियमितताएं की जा रही हैं। सुपिन रेंज के मनोरा कंपार्टमेंट में जंगली जानवरों से खेती की सुरक्षा के लिए घेरबाड़ निर्माण के लिए उप निदेशक ने मार्च में निविदाएं आमंत्रित की थी। जिसमें चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए निविदा क्रय कर जमा करने की अवधि केवल तीन दिन ही रखी गई। इसमें कार्य दिवस एक ही दिन था, जबकि शेष दो दिन अवकाश था। ज्येष्ठ उप प्रमुख प्रदीप रांगड़ ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की ओर से विरोध के बावजूद निविदा खोलकर कार्यादेश जारी किया गया। जमीनी स्तर पर अभी तक कार्य कुछ भी नहीं किया गया है और विभाग ने मार्च में ही इसका भुगतान कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्क क्षेत्र के अंतर्गत पिछले कई वर्षों से करोड़ों के कार्य हो गए हैं। लेकिन, धरातल पर 50 फीसद कार्य भी नहीं होते हैं। सरकारी धन की बंदरबांट कर बगैर कार्य के ही ठेकेदारों को भुगतान कराया जाता है। वहीं गोविद वन्यजीव विहार राष्ट्रीय पार्क के उपनिदेशक कोमल सिंह ने कहा कि जन उपयोगी योजनाओं में ही धन खर्च किया जा रहा है। अंतिम वित्तीय माह में धन लैप्स न हो। इसे देखते हुए भुगतान किया गया, लेकिन कार्य प्रगति पर है।