गड्ढे में खो गई पार्किंग, शहर में बिगड़ रही व्यवस्थाएं
दशकों बाद भी आधुनिक बस अड्डा निर्माण के नाम पर नजर आ रहा गड्ढा
शहर में व्यवस्थाओं के कारण आए दिन बनी रहती है जाम की स्थिति
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार के मोटरनगर में आधुनिक बस अड्डे के नाम पर दशकों बाद भी केवल एक गड्ढा ही नजर आ रहा है। नतीजा शहर में लगातार यातायात व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। जाम के झाम से आमजन परेशान हो रहा है। दरअसल, वर्ष 2010-11 में मोटर नगर स्थित खाली पड़ी भूमि पर आधुनिक बस अड्डा और पार्किंग का निर्माण होना था, लेकिन कई वर्ष बाद भी निर्माण के नाम पर वहां एक बड़े गड्ढ़े के सिवाय कुछ नजर नहीं आ रहा है। शहर में बदहाल हो रही पार्किंग व्यवस्था की नगर निगम व स्थानीय प्रशासन सुध नहीं ले रहा।
शहर में पार्किंग की व्यवस्था करना नगर निगम की जिम्मेदारी है। लेकिन, नगर निगम की ओर से इस संबंध में आज तक शायद ही कोई कवायद की गई हो। हालात यह है कि मोटर नगर स्थित नगर निगम की भूमि पर हुआ गड्ढ़ा आज भी क्षेत्र की जनता को मुंह चिढ़ा रहा है। बताना जरूरी है कि नगर पालिका कार्यकाल में 2010-11 में मोटर नगर की भूमि आधुनिक बस अड्डा निर्माण के लिए एक निजी संस्था को सौंप दी गई थी। बस अड्डा तो आज तक बना नहीं, लेकिन संस्था बस अड्डे के नाम पर एक गड्ढा क्षेत्र की जनता को दे गई।
यह है पूरा मामला
नियमानुसार मार्च 2015 तक बस अड्डे का निर्माण पूर्ण कर नगर पालिका को सौंपा जाना था। करार होने के छह माह बाद तक नगर पालिका ने मोटर नगर का भू-उपयोग परिवर्तित नहीं किया। निर्माण के करीब छह माह बाद भू-उपयोग तो परिवर्तित हो गया। लेकिन, जिस स्थान पर बस अड्डे का निर्माण होना था, वहां पहले से ही दुकानें मौजूद थीं, जिस कारण मसला फिर लटक गया। इसके बाद भी नगर पालिका ने तय शर्तों के अनुसार मोटर नगर की पूरी भूमि खाली करवा कर संस्था को नहीं सौंपी। नतीजा, बस अड्डे का निर्माण अधर में लटक गया और यही स्थिति आज भी बरकरार है।
यह है समस्या
शहर में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण यातायात व्यवस्था बदहाल होती जा रही है। बाजार आने वाले वाहन चालक अपने वाहनों को सड़क किनारे बेतरतीब तरीके से खड़ा कर देते हैं। जिससे कई बार दुर्घटनाओं का भी अंदेशा बना रहता है। शहरवासी कई बार नगर निगम व प्रशासन से पार्किंग स्थल बनाने की भी मांग उठा चुके हैं।
रंग नहीं लाई योजनाएं
मोटर नगर में बस अड्डे के नाम पर हुए गड्ढे को भरने में नाकाम नगर निगम ने कई बार पार्किंग स्थलों का चयन किया। लेकिन, यह स्थान केवल चयनित होकर ही रह गए। कुछ वर्ष पूर्व नगर निगम ने निजी वाहनों के साथ ही सवारी वाहनों के लिए देवी रोड पशु चिकित्सालय के समीप खली पड़ी अपनी भूमि पर पार्किंग स्थल बनाने का निर्णय लिया था। लेकिन, यह योजना भी ठंडी पड़ गई। वहीं, शहर में अतिक्रमण हटने के बाद निगम ने सड़क व राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पार्किंग स्थल बनाने की बात कही। लेकिन, यह योजना भी धरातल पर कहीं नजर नहीं आई।