अवैध स्टॉक और ओवरलोडेड वाहनों पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग को किया प्रदर्शन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर 32 शिवराजपुर-देवरामपुर के लोगों ने आबादी के बीच में चल रहे अवैध स्टॉक और ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग को लेकर तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि रात भर ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जहां बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है, वहीं बुर्जग चैन की नींद नहीं सो पा रहे है।
पार्षद मनोज पांथरी के नेतृत्व में शिवराजपुर-देवरामपुर के लोगों ने तहसील में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मालन नदी से सांय 6 बजे से लगातार टै्रक्टर व डंपर अवैध खनन लेकर गांव के मध्य में अवैध रूप से स्टॉक कर रहे है। ओवरलोडेड वाहनों के कारण सड़के जगह-जगह टूट गई है, पेयजल लाइन, सिंचाई नहर व नालियों क्षतिग्रस्त हो गई है। ये सड़क भारी वाहनों के लिए नहीं है, बावजूद इसके यहां से भारी वाहन गुजरते हैं। जिससे मार्ग पर हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। सड़क पर गड्ढे होने से कई वाहन चालक चोटिल हो चुके है। उन्होंने कहा कि रात में अवैध खनन लेकर चल रहे ट्रैक्टर व डंपरों की आवाजाही से बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान हो रहा है। वहीं लोगों की नींद हराम हो रखी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार स्थानीय प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद भी समस्या का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने कहा कि जनहित में आबादी के बीच में चले रहे अवैध स्टॉक व बिना लाइसेंस एवं कागजात के चल रहे ट्रैक्टर व डंपरों पर रोक लगाई जानी चाहिए।
बता दें कि विगत तीन फरवरी को वार्ड नंबर 31 पदमपुर मोटाढांक के लोगों ने भी पदमपुर मोटाढांग-नंदपुर मार्ग पर ओवरलोड वाहनों के संचालन के विरोध में तहसील परिसर में प्रदर्शन किया था। कोटद्वार भाबर में अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। दिन-रात नदियों में अवैध खनन चल रहा है। प्रदर्शन करने वालों में पार्षद मनोज पांथरी, दयाधर, विजयानन्द, सुधा, संगीता जोशी, रिंकू, भूपेन्द्र कुमार, जानकी देवी, कविता, दया प्रकाश कबडाल, सरोजनी देवी, अंजू आदि शामिल थे।
बिना सत्यापन के काम कर रहे मजदूर
कोटद्वार। पार्षद मनोज पांथरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर के 500 मजदूर मालन नदी में दिन-रात खनन में लगे हुए है। इन मजदूरों ने नदी में गहरे-गहरे गड्ढे खोद दिये है। नदियों में नियमों के विपरीत खनन चल रहा है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि खनन कार्य में लगे बिजनौर जिले के मजदूरों का सत्यापन भी नहीं कराया गया है। जिससे क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं की आशंका बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मजदूरों का सत्यापन किया जाना चाहिए।