श्रीनगर गढ़वाल। गढ़वाल वाक्स अभियान के तहत युवाओं को नगर स्थित प्राचीन नागेश्वर मंदिर का सांस्कृतिक भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर अभियान के प्रतिभागियों ने मंदिर की पौराणिक महत्ता, स्थापत्य शैली और आध्यात्मिक गरिमा को नजदीक से जानने-समझने का अवसर प्राप्त किया।गौरतलब है कि गढ़वाल वाक्स अभियान के तहत बीते दो माह से नगर के मंदिरों, मठों और सांस्कृतिक स्थलों को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य युवाओं को अपनी समृद्ध विरासत से जोड़ना, उसे सहेजना तथा संरक्षित करना है। अभियान के समन्वयक प्रिंस गिरि ने बताया कि इस सांस्कृतिक यात्रा की शुरुआत 18 अप्रैल को लक्ष्मी नारायण मंदिर (तिवारी मोहल्ला) से हुई थी।
इसके पश्चात कमलेश्वर मंदिर, बैंरागणा मठ, शीतला माता मंदिर और गोरखनाथ गुफा जैसे स्थलों का भी भ्रमण किया गया। अभियान के तहत लक्ष्मी नारायण मंदिर घाट पर प्रतिदिन सायंकाल गंगा आरती का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें अब बड़ी संख्या में स्थानीय व यात्री भी प्रतिभाग कर रहे हैं। रविवार को नागेश्वर मंदिर में अभियान से जुड़े सदस्यों व प्रतिभागियों ने भ्रमण किया। यहां प्रतिभागियों को मंदिर महंत नितिन पुरी ने मंदिर से जुड़ी जानकारियां साझा की। बताया कि मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण के केदार खंड में मिलता है और यह क्षेत्र शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है। इस दौरान महेश गिरि ने युवाओं और नागरिकों से गढ़वाल की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहरों को संरक्षित कर उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का आह्वान किया। भ्रमण में शैलनट सचिव पंकज नैथानी, अर्जुन सिंह, केबी. थपलियाल, सतीश बहुगुणा, सागर मंमगाई, सिद्धार्थ अन्य मौजूद रहे।