पश्चिमी झण्डीचौड़ में जंगली जानवरों से आतंक से परेशान किसान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झण्डीचौड़ में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जंगली जानवरों से जहां फसल को नुकसान हो रहा है, वहीं जानमाल का भी खतरा बना हुआ है। पिछले पांच दिनों से हाथियों का झुण्ड खेतों में घुसकर फसलों को बर्बाद कर रहा है। कई बार वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विभागीय लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
पार्षद सुखपाल शाह ने बताया कि वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झंडीचौड़ में शाम ढलते ही जंगली जानवर सूअर और हाथियों का झुंड पिछले चार-पांच दिन से आबादी की तरफ आ रहा है। खड़ी धान और सोयाबीन की फसल को तहस-नहस कर रहे है। जिस कारण जंगल से सटे हुए परिवारों में दहशत बनी हुई है। उन्होंने बताया कि कृषक राम प्रसाद पुत्र सोहनलाल, चंद्रमोहन पुत्र मुसद्दीलाल, बलवीर पुत्र तेजराम सिंह, रघुवीर पुत्र तेजराम सिंह आदि किसानों की खड़ी धान की फसल व सोयाबीन की फसल को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित किसानों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। पार्षद सुखपाल शाह ने कहा कि पिछले कई सालों से सुरक्षा दीवार की मांग कर रहे है, लेकिन विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण अभी तक सुरक्षा दीवार का निर्माण नहीं हो पाया हैै। एक ओर जहां प्रधानमंत्री किसानों की आय 2022 तक दुगनी करने की सोच रहे हैं वहीं दूसरी ओर किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है। सुरक्षा दीवार के अभाव में जंगली जानवर किसानों की खड़ी फसल को चट कर जाते हैं। साथ ही जंगल से सटे हुए परिवारों को भी अपनी जान माल की चिंता सताती रहती है। (फोटो संलग्न है)
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