उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर वाहन चालकों ने किया चक्काजाम 
 मैक्स व जीएमओयू की बसों का संचालन नहीं होने से यात्री रहे परेशान
 जयन्त प्रतिनिधि।
 कोटद्वार : 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को टैक्सी-मैक्स वाहन, ट्रक व जीएमओयू बसों की हड़ताल रही। हड़ताल का सबसे अधिक प्रभाव पर्वतीय क्षेत्रों में देखने को मिला। रूट पर वाहन नहीं मिलने के कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
 उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर हड़ताल की घोषणा की गई थी। बुधवार सुबह सात बजे के बाद कोटद्वार से पहाड़ के लिए टैक्सी-मैक्स वाहन, ट्रक व जीएमओयू की बसों का संचालन बंद हो गया था। पहाड़ जाने के लिए कई यात्री जीप स्टैंड व जीएमओयू स्टेंड में पहुंच रहे थे। लेकिन, हड़ताल की जानकारी मिलने के बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा। वहीं, कई लोगों ने महंगे दामों में निजी वाहन बुक कर आवागमन किया। कुछ रूटों पर रोडवेज की बसों ने राहत दी। लेकिन, संपर्क मार्गों पर यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ी। वाहन चालक संगठन के सदस्यों ने बताया कि सरकार वाहन चालकों पर तरह-तरह के टैक्स लगा रही है। लेकिन, किराए में किसी भी तरह की बढ़ोत्तरी नहीं की जा रही है। ऐसे में वाहन संचालकों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। कहा कि जो नियम उत्तराखंड के वाहनों पर लागू होते हैं वही नियम बाहरी प्रदेश से आने वाले वाहनों पर भी लागू किए जाने चाहिए। आयु सीमा पूरी कर चुके वाहनों के लिए टैक्स माफी की नीति बनाई जानी चाहिए। कहा कि वाहन चालकों के हित को लेकर सरकार को गंभीतरा से कार्य करना चाहिए।