पौड़ी गढ़वाल में छात्रवृत्ति घोटाला: तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी भी आये लपेटे में
सीवी रमन इन्स्टीट्यूट कोटद्वार में 16 लाख 57 हजार 5 सौ रूपये गड़बड़ी का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जनपद पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार स्थित सीवी रमन इन्स्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलाजी पदमपुर में हुए बहुचर्चित एससी, एसटी, ओबीसी दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना गड़बड़ी मामले में नया मोड़ आ गया है। छात्रवृत्ति घोटाले में तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी व सहायक समाज कल्याण अधिकारी की संलिप्तता भी पाई गई है। जिसकी जांच पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार को सौंपी गई है। उक्त कॉलेज के तत्कालीन डायरेक्टर पर 16,57,500/(सोलह लाख सत्तावन हजार पांच सौ) रुपये की छात्रवृत्ति की गड़बड़ी का आरोप है।
बता दें कि एससी, एसटी व ओबीसी से संबंधित छात्रवृत्ति वितरण में हुई अनियमितताओं की जांच के लिए पौड़ी जिले में एसआइटी गठित की गई थी। कुछ माह पूर्व समाज कल्याण विभाग ने घोटाले से संबंधित एक फाइल टीम को उपलब्ध करवाई थी। एसआईटी ने समाज कल्याण विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर कोटद्वार क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत दर्शाये गये एससी, एसटी, ओबीसी छात्रों का भौतिक सत्यापन किया। जांच के दौरान वर्ष 2004 से वर्ष 2012 तक संचालित सीवी रमन इन्स्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलाजी पदमपुर कोटद्वार में अध्यनरत 36 छात्रों में से 32 का सत्यापन किया गया तो कुछ छात्रों के बैंक खाते गलत, कुछ छात्रों के खाते अन्य नाम से पाये गये तथा कुछ छात्रों का पूर्ण पता समाज कल्याण विभाग से प्राप्त सूची में अंकित नहीं है और कुछ छात्रों का समाज कल्याण विभाग से प्राप्त सूची में पता एवं खाता संख्या अंकित नहीं पाया गया था। जांच के दौरान 32 छात्रों को आवंटित छात्रवृत्ति में अनियमितता पाई गई थी। मात्र दो छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में केवल 12-12 हजार रूपये प्राप्त कराये गये तथा सात छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में कोई धनराशि नहीं प्राप्त हुई। जबकि प्रत्येक छात्र को 32 हजार 5 सौ रूपये दिये जाने थे।
कोतवाली कोटद्वार पुलिस ने 31 अगस्त 2020 को सीवी रमन कॉलेज कोटद्वार से संबंधित छात्रवृत्ति घोटाले के मुख्य आरोपी तत्कालीन डायरेक्टर अनिल परिहार को सत्तीचौड़ स्थित चन्द्रप्रभा आईटीआई से गिरफ्तार किया था। अनिल परिहार पुत्र स्व. गंभीर सिंह निवासी ऋषिनगर एक्सटेंशन, थाना माधवनगर, जिला उज्जैन मध्य प्रदेश का निवासी है। पुलिस उपाधीक्षक अनिल जोशी ने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले की जांच उन्हें सौंपी गई है। पूर्व में जांच एसएसआई कोटद्वार को सौंपी गई थी। अभी तक की जांच में समाज कल्याण विभाग की ओर से दी जाने वाली छात्रवृत्ति में सीवी रमन इन्स्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलाजी पदमपुर अनियमितता पाई गई है। उसमें तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता पाई गई है। अधिकारियों द्वारा पद का दुरप्रयोग किया गया है, जिस कारण तत्काल समाज कल्याण अधिकारियों का नाम बतौर अभियुक्त शामिल करते हुए अभियोग में धारा 13 (1) (डी) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम बढ़ाई गई है।