पौड़ी जिले मेेंं चार और प्रवासियों में कोरोना वायरस, संक्रमितों की संख्या हुई 38
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जनपद पौड़ी गढ़वाल में बुधवार को चार और प्रवासियों मेंं कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। विगत 26 मई तीन प्रवासी युवक दिल्ली मुम्बई से कोटद्वार पहुंचे थे और दिल्ली से एक प्रवासी ऋषिकेश पहुंचा था। जनपद में कोरोना मरीजों की संख्या अब 34 से बढ़कर 38 हो गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थापित वार रूम से प्राप्त सूचना के अनुसार जनपद में वर्तमान समय में 85 रोगी आइसोलेशन में भर्ती है। 34 जिला अस्पताल पौड़ी, 28 बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर, 23 बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती है। जबकि जनपद में 589 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। जिनमें 14 गढ़वाल मण्डल विकास निगम कण्वाश्रम, 51 गढ़वाल मण्डल विकास निगम चीला, 8 जीआईसी सुखरों, 8 गढ़वाल मण्डल विकास निगम पौड़ी, 20 गढ़वाल मण्डल विकास निगम कौड़िया कैम्प कोटद्वार, 140 एसजीआरआर कोटद्वार, 100 गीता भवन स्वर्गाश्रम ट्रस्ट, 7 परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम ट्रस्ट, 138 पीजी कॉलेज कोटद्वार, 39 गढ़वाल मण्डल विकास निगम खिर्सू, 6 बारात घर, 16 गढवाल मंडल विकास निगम लैंसडौन में क्वारंटाइन पर है। जनपद से अब तक आइसोलेशन से भर्ती 274 कोरोना संदिग्ध लोगों का सैम्पल जांच हेतु भेजा गया। जिनमें से 188 की रिपोर्ट निगेटिव, 21 की पॉजिटिव आई है, जबकि 65 की रिपोर्ट लंबित है। क्वारंटाइन आदि अन्य स्थलों में बाहर से आये 734 लोगों का रेण्डम रूप से ली गई सैम्पल जांच हेतु भेजा गया। जिनमें से 453 की रिपोर्ट निगेटिव, 17 की पॉजिटिव आई है एवं 264 की रिपोर्ट लंबित है। जनपद में 30017 लोगों को विभिन्न क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की निगरानी पर होम क्वारंटाइन में रखा गया है। वहीं जनपद में 2 जून 2020 तक प्रदेश, जनपद के बाहर से जनपद की 1174 ग्राम पंचायतों में से 1134 ग्राम पंचायतों में पहुचे करीब 52819 लोग अपने-अपने गांव पहुंच गये है।
पौड़ी जिले के क्वारंटाइन सेंटर में एक और मौत
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। पौड़ी जिले में क्वारंटाइन सेंटरों में मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। मंंगलवार देर रात एक और महिला की मौत हो गई। वो कुछ दिन पहले अपने परिवार के साथ दिल्ली से लौटी थी और थलीसैंण ब्लॉक में उन सभी को क्वारंटाइन किया गया था। बता दें कि जिले में क्वारंटाइन में अब तक छ: लोगों की मौत हो चुकी है।
एक महिला कुछ दिन पहले अपने परिवार के पांच सदस्यों के साथ दिल्ली से थैलीसैंण लौटी थी, जिसके बाद सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया। बीती 29 मई को महिला को बुखार होने पर स्वास्थ्य टीम ने दवा दी थी, जिसके बाद महिला ठीक भी हो गई थी, लेकिन मंगलवार देर रात अचानक ही महिला की तबीयत बिगड़ गई और क्वारंटाइन सेंटर में ही उसकी मौत हो गई। महिला के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में पौड़ी भेजा जा रहा है। कोरोना संदिग्ध होने के कारण महिला का सैंपल लिया जाएगा। अब जिले में क्वरंटाइन सेंटर में हुई मौत का आंकड़ा बढ़कर छ: हो गया है, जबकि एक व्यक्ति की क्वारंटाइन अवधि पूरा करने के बाद घर पर मौत हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी मनोज बहुखंडी ने बताया कि कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि मृतक महिला कोरोना पॉजिटिव थी या नहीं। एहतियात के तौर पर महिला के परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य टीम की निगरानी में रखा गया है।
ज्ञात हो कि पौड़ी जिले के पाबौ विकासखंड में संस्थागत क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर चुके व्यक्ति की रविवार को घर पर मौत हो गई। व्यक्ति क्षेत्र के एक सरकारी विद्यालय में कोरोना पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति के साथ क्वारंटाइन था और 28 मई को क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर चुका था। दरअसल, रविवार सुबह 42 वर्षीय व्यक्ति को सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई। स्वजन उसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पौड़ी लाए, वहां उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई। जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है। व्यक्ति बीती 14 मई को लुधियाना से गांव लौटा था। यहां उसे क्षेत्र के एक सरकारी विद्यालय में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र पर 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया था।
कोरोना संक्रमित मरीज की मौत
देहरादून। मैक्स अस्पताल में भर्ती एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो गई। मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि अस्पताल से इस संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी गई है।
सीएमओ डॉ. रमोला ने बताया कि सहारनपुर के एक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उन्हें मैक्स अस्पताल में ले गए थे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें हार्ट की सर्जरी की जरूरत बताकर भर्ती किया था। सर्जरी से पहले डॉक्टरों ने मरीज का कोरोना वायरस टेस्ट के लिए सैंपल भेजा था। मंगलवार रात मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई।
इस बीच रात को मरीज को अचानक दिल का दौरा पड़ गया। डॉक्टरों ने शख्स को वेंटिलेटर पर रखकर बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन मरीज को बचाया नहीं जा सका। विभाग और अस्पताल मामले में परिजनों को शव सौंपने की अग्रिम कार्रवाई कर रहा है। साथ ही इस मामले में उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया।
क्वारंटीन सेंटर में तैनात होमगार्ड की मौत
बागेश्वर। उत्तराखंड के बागेश्वर में निजी होटल स्थित संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में तैनात होमगार्ड के जवान की मौत हो गई। बुधवार को ड्यूटी के दौरान होमगार्ड की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत गोगिनापानी के कल्याबगड़ निवासी महेश भट्ट (47) पुत्र हीरा बल्लभ भट्ट होमगार्ड में तैनात थे। उनकी ड्यूटी जिला मुख्यालय के पिंडारी मार्ग स्थित एक होटल में बनाए गए संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में लगी थी। रोज की तरह वे बुधवार को भी ड्यूटी पर तैनात थे। दोपहर करीब दो बजे वे अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। साथ में तैनात सुरक्षा कर्मी उन्हें 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल लेकर गए। डॉ. अब्बास ने उनका इलाज शुरू किया।
मामला गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर करने का निर्णय लिया। रेफर करने की कार्यवाही चल ही रही थी कि उनका निधन हो गया। सूचना पर परिजन भी जिला अस्पताल पहुंच गए। पुलिस का कहना है कि मौत कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।
पर्यटन मंत्री के पीआरओ की रिपोर्ट नेगेटिव
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली। बुधवार को चौबटटाखाल विधानसभा के लोगों के लिए राहत भरी खबर आई है। स्थानीय विधायक एवं पर्यटन मंत्री के पीआरओ की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पिछले दिनों पर्यटन मंत्री, उनकी पत्नी, बेटे समेत परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से लोग दहशत में थे।
क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के जनसंपर्क अधिकारी राय सिंह नेगी एवं अन्य स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री के पीआरओ राय सिंह नेगी ने बताया कि वह पिछले ढाई माह से पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के दिशा निर्देशानुसार चौबट्टाखाल विधानसभा में ही डेरा जमा कर खाद्यान्न वितरण समेत अन्य कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पर्यटन मंत्री समेत उनके परिजनों में भी कोरोना का कोई लक्षण नहीं पाया गया है।