पौड़ी गढ़वाल में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं को नि:शुल्क राशन वितरण का नहीं हुआ भुगतान
-पिछले वर्ष पांच माह तक किया था नि:शुल्क राशन वितरण
-ढुलान व वितरण पर आने वाले खर्च का विभाग ने करना था भुगतान
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने पांच माह तक नि:शुल्क राशन वितरण के ढुलाई व अन्य खर्च के भुगतान की मांग की है। विक्रेताओं ने पिछले वर्ष मई से नवंबर तक राशन का नि:शुल्क वितरण किया था। इन विक्रेताओं को अभी तक इस राशन के ढुलान व वितरण पर आए खर्च का भुगतान नहीं हो पाया है। वहीं जिला पूर्ति अधिकारी का कहना है कि विक्रेताओं के भुगतान के लिए विभाग को 45 लाख की धनराशि मिली थी। जिससे कुछ विक्रेताओं का भुगतान कर दिया
गया है। शेष विक्रेताओ का भुगतान धनराशि मिलने पर कर दिया जाएगा।
पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लॉक डाउन के दौरान शासन की ओर से आम जनों को पांच माह नि:शुल्क राशन का वितरण किया गया था। यह राशन सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं को गोदाम से नि:शुल्क मिली थी। वहीं गोदाम से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों तक राशन का ढ़ुलान व इसके वितरण में आने वाले खर्च को विक्रेताओं ने स्वयं वहन किया था। जनपद पौड़ी में सस्ता गल्ला विक्रेताओं की संख्या 950 के करीब है। इन सभी विक्रेताओं ने पिछले वर्ष मई से नवंबर माह तक नि:शुल्क राशन का वितरण किया था। पूर्ति विभाग पर इन विक्रेताओं का करोड़ों का भुगतान बकाया है। सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता नरेंद्र सिंह, राकेश व पीडी मिश्रा आदि का कहना है कि विभाग से बकाया भुगतान के लिए कई बार गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है। सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने कहा कि बकाया धनराशि का भुगतान न होने से उन्हें आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। वहीं जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया कि विक्रेताओं के भुगतान के लिए 45 लाख की धनराशि मिली थी। जिससे करीब 200 विक्रेताओं का भुगतान कर दिया गया है। धनराशि मिलने पर शेष विक्रेताओं का भी भुगतान कर दिया जाएगा।