एक साल बाद भी नहीं हुआ वाहन चालकों को भुगतान
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी पर्वतीय महासंघ ने पिछले कोविड काल के दौरान किए गए कार्यों का भुगतान नहीं होने पर नाराजगी जताई है। संघ ने विभिन्न समस्याओं के हल की मांग को लेकर सीएम को ज्ञापन भेजा है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले साल कोरोना काल में वाहन चालकों ने प्रशासन के साथ दिन-रात जान जोखिम में डालकर काम किया, लेकिन अभी तक वाहनों चालकों को भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही समस्याओं का हल नहीं होने पर संघ आंदोलन के लिए विवश होगा।
बुधवार को उत्ततराखंड टैक्सी-मैक्सी पर्वतीय महासंघ के संरक्षक कोतवाल सिंह ने डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले कोरोना काल के दौरान वाहन चालकों ने प्रशासन के साथ दिन-रात कार्य किया, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी वाहन चालकों का भुगतान नहीं हो पाया है और ना ही सरकार की ओर से वाहन चालकों को आर्थिक सहायता दी गई। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों का भुगतान नहीं होने से वाहन चालक आर्थिकी की समस्या से जूझ रहे है। कोतवाल सिंह ने कहा कि सरकार ने प्राइवेट वाहन चालकों के लिए 50 फीसदी सवारी के साथ निर्धारित किराए पर ही वाहन चलाने के आदेश दिए है लेकिन रोडबेज की बसों में यह नियम लागू नहीं किया गया है। जिससे प्राइवेट वाहन चालकों को समस्याएं हो रही है। उन्होंने सीएम से सभी के लिए एक नियम लागू करने, पिछले कोविड काल के दौरान वाहन चालकों के खर्चे का जल्द भुगतान करने, 2021 का वाहनों का पूरे साल का टैक्स माफ करते हुए सभी कागजों की वैद्यता 1 साल बढ़ाने, वाहन चालकों व स्वामियों को आर्थिक सहायता देने, बाहर से आने वाले प्रवासियों को प्रदेश की सीमा में क्वारंटाइन करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही समस्याओं का हल नहीं होने पर संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।