देहरादून। बढ़ती कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर प्रदेशभर के लोग इस बार भी बेहद सादगी से ईद का त्योहार मनाया गया हैं। ईदगाहों पर ईद की नमाज अदा करने वाले लोगों की संख्या काफी कम थी. लोगों ने नमाज पढ़ते हुए कोरोना गाइडलाइन का पालन किया. अधिकतर लोगों ने घरों पर रह कर ही ईद की नमाज अदा की.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आज देशभर में ईद-उल-फितर का त्योहार बड़ी ही सादगी से मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में प्रदेशभर में बढ़ती कोरोना महामारी को देखते हुए लोग आज ईद का त्योहार बड़ी सादगी से मना रहे हैं. सभी मस्जिदों में कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए लोगों ने नमाज अदा किया. लोगों ने विश्वभर से कोरोना महामारी के खात्में की दुआ की. वहीं, कोरोना के भय के चलते लोग घरों में रह कर भी ईद की नमाज अदा कर फोन पर एक दूसरे को ईद की बधाईयां दे रहे हैं.
रुड़की में ईद के मौके पर नियमों के साथ नमाज अदा की गई. ईदगाह में सिर्फ सात लोगों ने ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही ईद की नमाज अदा की है. जबकि लोगों ने घरों में सुरक्षित तरीके से ईद की नमाज पढ़ी. ईदगाह में मुफ़्ती सलीम के द्वारा नमाज पढ़ाई गई है. मुफ़्ती सलीम ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन की तरफ जारी नियमों के साथ ही ईदगाह में नमाज पढ़ी गई है. मुफ़्ती सलीम ने बताया की कोरोना महामारी से सबकी हिफाजत हो और देश की तरक्की को लेकर दुआ भी पढ़ी गई है.
अल्मोड़ा के ईदगाह और मस्जिद में महज 5 से 7 लोगों ने ही ईद की नमाज अदा की. बाकि लोगों ने अपने घर पर ही रह कर ईद की नमाज अदा की और फोन से अपने रिश्तेदारों को ईद की बधाईयां दीं. मुस्लिम धर्मगुरू ने ईद के मौके पर सभी लोगों से कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने की अपील की. इमाम सहर मुफ़्ती जुनेदुल कादरी ने बताया कि कोरोना के कारण इस बार की ईद को गाइडलाइन के नियमों को ध्यान में रखकर बेहद सादगी के साथ मनाया गया.
काशीपुर के ईदगाह मैदान में शहर इमाम के नेतृत्व में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ईद-उल-फितर की नमाज अदा की गई. सुबह साढ़े आठ बजे शहर इमाम मुफ्ती मुनाजिर हुसैन के नेतृत्व में लोगों ने सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए ईद की नमाज अदा की. इस मौके पर शहर इमाम ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार की ओर से जारी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए ही ईद की नमाज अदा की गई. उन्होंने बताया कि इस मौके पर दुनिया को कोरोना से मुक्त करने की दुआ की गई. वहीं, उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे और बुजुर्ग घर से बाहर जरा भी ना निकलें.
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में लोगों ने एक अलग तरह से ईद मनाई. यहां के युवाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ईद की नमाज अदा की. उसके बाद एक दूसरे को गले ना लगाकर फूलों के गुलदस्ते भेंट कर ईद की बधाईयां दीं. वहीं, बनभूलपुरा के कुछ लोग हल्द्वानी के सौबन सिंह जीना बेस हॉस्पिटल में जा कर डॉक्टरों की हौसला अफजाई की. कोरोना महामारी के दौरान सेवाएं दे रहे डॉक्टरों को गुलाब के फूल व बुके भेंट कर उनको सम्मानित किया और ईद की बधाईयां दीं.