भूधंसाव का ट्रीटमेंट नहीं होने से लोग नाराज
चमोली। नगर क्षेत्र के बहुगुणानगर भूधंसाव का ट्रीटमेंट नहीं होने से यहां प्रभावित और स्थानीय लोग नाराज है। लोगों का कहना है कि उनके भवन कभी भी भराभराकर गिर सकते हैं। लेकिन शासन प्रशासन उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। पिछली बरसात से यहां लगातार भूधंसाव बना है। बावजूद अभी तक सुरक्षा इंतजामों के कोई काम नहीं हो पाए हैं। पेंशन वेलफेयर एसोसिएशन के संयोजक बीपी सती का कहना है कि उनके समेत यहां करीब 22 मकान भूधंसाव से दरक चुके हैं। सरकार और शासन ने जोशीमठ भूधंसाव से प्रभावित इलाके को विस्थापित करने का निर्णय लिया है। लेकिन बहुगुणानगर का विस्थापन तो दूर ट्रीटमेंट की कोई योजना धरातल पर नहीं उतर पाई है। स्थानीय महिला कमला रतूड़ी का कहना है कि मंडी समिति परिसर के ठीक ऊपर बसे भवन सबसे अधिक संवेदनशील है। यहां लोग सर्दियों की बारिश में नहीं रह सकते। लोगों ने कहा कि करीब दस साल पहले मंडी का निर्माण में यहां जेसीबी मशीन से खुदाई की गई। जिसका परिणाम यह है कि यहां अब पूरे मकान धंसने लग गए। हालात यह है कि मंडी समिति के ऊपरी भवन भी धंस गए। धर्मेद्र बिष्ट, हरेंद्र सिंह आदि के मकानों में भारी दरारें है। लोगों का कहना है कि यदि जल्द मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन ककिया जाएगा। वहीं सिंचाई विभाग के सहायक अभिंयता एमएस बुटोला का कहना है कि बहुगुणानगर के ट्रीटमेंट का प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव पर भूगर्भीय सर्वे भी की गई है। जल्द ही यहां काम किया जाएगा।