लोगों को अच्टे दिन के बजाए पुराने दिन याद आ रहे हैंरू रणजीत रावत
बागेश्वर। पूर्व औद्योगिक सलाहकार व कांग्रेस नेता रणजीत रावत ने कहा कि भाजपा घबराहट में है। उप चुनाव में कांग्रेस मजबूत है। एक मंत्री जनप्रतिनिधियों को डराकर उन्हें जबरन पार्टी में शामिल करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भय, भूख, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। लोगों को अच्टे दिन के बजाए पुराने दिन याद आ रहे हैं। एक होटल में पत्रकार वार्ता में रावत ने कहा कि प्रदेश में भय का माहौल है। उसका लाभ कांग्रेस को मिल रहा है। बेरोजगार नवयुवक जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना उत्तराखंड के युवाओं के साथ छलावा है। राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। रोजगार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। कांग्रेस प्रत्याशी प्रचार के लिए वाहनों में ध्वनि विस्तारक की अनुमति मांग रहे हैं, लेकिन अनुमति नहीं मिल रही है। निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन में स्पष्ट उल्लेख है कि किसी के घर पर चुनाव के दौरान झंडे लगाने से पूर्व मकान मालिक की अनुमति लेनी जरूरी है। बिना अनुमति के झंडे, बैनर लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस के झंडे रात में निकाल कर देंक दिए जा रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष भगवत डसीला, पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी आदि उपस्थित थे।
देवेंद्र यादव 27 से जिले के भ्रमण पर
बागेश्वर। कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी व सीडब्ल्यूसी सदस्य देवेंद्र यादव चार दिन के भ्रमण पर बागेश्वर आएंगे। इस दौरान वह चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। उनके निजी सचिव अमीर सिंह ने बताया कि यादव 27 अगस्त को दिल्ली से बागेश्वर आएंगे। 27 से 29 तक जिले में रहेंगे। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी 26 से 29 तक जिले में रहेंगे।
भाजपा के पक्ष में मतदान को तैयार बागेश्वर के लोग
बागेश्वर। प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने गुरुवार को शक्ति केंद्र बमराड़ी के फटगली बूथ पर सभा की। उन्होंने कहा कि वह एक सप्ताह से बागेश्वर में हैं। इस दौरान गरुड़, काफलीगैर, खरही व अन्य जगहों पर सभा कर चुके हैं, बागेश्वर के लोगों ने भाजपा के पक्ष में मतदान करने का मन बना लिया है। स्व़ चंदन राम दास ने अपने विधानसभा में जो विकास कार्य किए हैं उससे लोग पार्वती देवी को विधायक बनाकर उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का काम करेंगे। इस मौके पर प्रदेश मंत्री पुष्कर काला, कुंदन सिंह परिहार, राजेंद्र परिहार, जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह फर्स्वाण, खड़क सिंह टंगड़िया आदि मौजूद रहे।