जौनसारी और गढ़वाली गीतों पर थिरके लोग
श्रीनगर गढ़वाल : बैकुंठ चतुर्दशी एवं विकास प्रदर्शनी मेले की छठवीं सांस्कृतिक संध्या पर जौनसारी लोक गायक मनोज सागर, लोक गायिका रेनू बाला, पम्मी नवल और लोक गायक गजेंद्र राणा ने खूब रंग जमाया। गायक मनोज सागर और उनकी टीम ने घोटा समानिये, मुझे प्रेमनगर जाना है, चुनू भैजी, दारू पीके दरवाली ले व एक घुट मुझे पिला दे ..की प्रस्तुति देकर पांडाल में बैठे दर्शकों और मेलार्थियों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
भक्तियाना स्थित आवास विकास की भूमि पर लगे बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले के छटवें दिन की रात्रकालीन संध्या में लोक गायक गजेंद्र सिंह राणा ने भगवती नंदा देवी का आह्वान करते हुए अपने गीतों की प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। राणा ने लीला घस्यारी, पुष्पा छोरी, राज चुफली को…, हीरा समदणी.. आदि गानों पर दर्शक थिरकते नजर आये। मेले में लोक गायिका रेनू बाला ने मेरा ऐ पहाड़ मां…., ढम ढम ढमरू बाजी गैना… आदि गानों की जोरदार प्रस्तुति दी। पम्मी नवल ने भैरव जागर, कैन लगाई बाडुली आदि गानों की प्रस्तुती देते हुए लोगों को मंत्रमुग्ध किया। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुषमा रावत, व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री प्रकाश मिश्रा, डीएफओ पौड़ी स्वपनिल, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सीएमएस रावत, उपजिलाधिकारी श्रीनगर नुपुर वर्मा, मंडल अध्यक्ष जितेंद्र धिरवांण, वासुदेव कंडारी, विजय लक्ष्मी रतूड़ी, प्रमिला भंडारी सहित आदि मौजूद थे। मंच का संचालन राखी धनाई, सुनील, विनोद सती और डा. राकेश भट्ट ने किया। (एजेंसी)