लोकगायक इंदर आर्य के गुलाबी शरारा पर झूमे लोग
काशीपुर। पर्वतीय महासभा समिति के तत्वाधान में उत्तरायणी पर्व कौतिक में पहुंचे लोकगायक इंदर आर्य ने अपने गीतों से उत्तराखंड की लोक संस्ति की झलक प्रस्तुत की। वहीं उनके मशहूर गीतों पर हर कोई थिरकने पर मजबूर हो गया। नंदा राज-जात यात्रा की डोली और छोलिया नृत्य भी खासा आकर्षण का केंद्र रहा। रविवार को हरिपुरा हरसान के सिद्घार्थ पब्लिक स्कूल में आयोजित उत्तरायणी कौतिक 2024 का शुभारंभ नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य, पर्वतीय महासभा समिति के अध्यक्ष सुरेश चंद पांडे ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में पहुंचे देश विदेश में मशहूर लोकगायक इंदर आर्य, मेघना चंद्रा, चंद्रशेखर टम्टा, दीपक बुल्स, आशु आदि ने सुंदर प्रस्तुतियां दीं। साथ ही रहा। पूर्व विधायक संजीव आर्य ने कहा कि उत्तराखंड कौमी एकता का गुलदस्ता है। इसको सींचने में हमारे पूर्वजों का बड़ा योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंडी संस्ति पूरे विश्व में जानी जाती है, पूरी दुनिया के लोग उत्तराखंड वासियों को अदब के साथ देखते हैं। उन्होंने सभी लोगों से इस संस्ति को संजोए रखने की बात कही। किसान नेता जगतार सिंह बाजवा, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा सोनू, भाजपा नेता कमल भट्ट आदि ने भी लोगों को उत्तरायणी पर्व की बधाई दी। इसके बाद लोकगायक इंदर आर्य के गुलाबी शरारे गाने ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बच्चे, महिलाएं सब उनकी धुन पर स्टेज के पास आकर नाचने लगे। कार्यक्रम का संचालन मंजू ममगाई तथा पीडी ममगाई ने किया।
ये लोग रहे मौजूदरू इस मौके पर पर्वतीय महासभा अध्यक्ष सुरेश चंद पांडये, महामंत्री पी डी ममगई, कोषाध्यक्ष नीरज तिवारी, कार्यालय अध्यक्ष भगवन्त सिंह मियान, प्रेम मुनगली, पूरन जोशी, एनडी जोशी, पूरन सिंह बिष्ट, यशोदा जोशी, अरुण जोशी, ड बी के तिलारा, आभा तिलारा, देवेंद्र रावत, अचल कोरंगा, मिनाली कोरंगा, हेम अलमिया, दिव्या अलमिया, रजत भंडारी, खीम सिंह दानू, केके जोशी आदि अनेकों लोग मौजूद रहे।