कोटद्वार-पौड़ी

लोक गायिका हेमा करासी के गीतों पर थिरके लोग

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

 

श्रीनगर गढ़वाल : बैकुण्ठ चतुर्दशी एवं विकास प्रदर्शनी मेले की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या लोक गायिका हेमा करासी नेगी ने खूब रंग जमाया। गायिका हेमा करासी ने मां भगवती नंदा का आह्वान करते हुए सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया। इसके बाद मेरी बामणी बामणी… आदि गीतों पर दर्शक जमकर थिरके। बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शकों ने जागर व लोकगीतों का लुफ्त उठाया।
भक्तियाना स्थित आवास विकास की भूमि पर नगर निगम श्रीनगर के सौजन्य से आयोजित पांचवी सास्कृतिक संध्या में सैकड़ों दर्शक पंडाल में जमकर नाचे। लोक गायिका हेमा नेगी करासी ने गिर गेंदुवा….., मेरी बामणी, आछरी जागर सहित बेहतरीन लोक गीतों की प्रस्तुति दी। देर रात तक पंडाल में दर्शक हेमा नेगी के गीतों पर थिरकते रहे। इस मौके पर लोक गायक अमित सागर और गायिका हेमा करासी ने चैता की चैत्वाली…की प्रस्तुती दे कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इससे पूर्व सांस्कृतिक संध्या का गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री डा. सतपाल महाराज और पौड़ी विधायक राजकुमार पौरी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृ़ढ़ संकल्प के चलते आज रेल पहाड़ पर चढ़ रही है। कहा कि आज देश एवं उत्तराखंड में जो विकास हुआ है वह अभूतपूर्व है। कहा कि मेले हमारी संस्कृति के धरोहर है, लेकिन आज के नौनिहाल अपनी संस्कृति और गढ़वाली भाषा को भूलते जा रहे हैं, उन्हें सभी नौनिहालों से अपनी संस्कृति, बोली भाषा और अपने मूल को अपना कर देश विदेश में अपनी संस्कृति को ले जाने की बात कही। कहा कि उत्तराखंड का पारम्परिक भोजन आज विश्व पटल पर परोसा जा रहा है। जो कि हम सब के लिए गौरव की बात है। इस मौके पर उपजिलाधिकारी श्रीनगर नुपुर वर्मा, मंडल अध्यक्ष जितेंद्र धिरवाण, वासुदेव कंडारी, लखपत सिंह भंडारी सहित आदि मौजूद थे। मंच का संचालन राखी धनाई, डा. राकेश भट्ट और डा. सुधीर जोशी ने किया। (एजेंसी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!