पौड़ी महोत्सव में प्रियंका और मयंक के गीतों पर झूमे लोग
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : पौड़ी महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या सुप्रसिद्ध गायिका प्रियंका महर और साथी कलाकारों के नाम रही। लोक गायक प्रियंका महर, मयंक रावत ने गीतों की प्रस्तुति देकर उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
मुख्य अतिथि विधायक राजकुमार पोरी ने दीप प्रज्जवलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने महोत्सव के आयोजन को लेकर व्यापार सभा की सराहना की। इस मौके पर प्रियंका महर ने शिमले नि जाणा..गीत से कार्यक्रम की शुरुआत की। उनके गीत धना धना धना धना रे.., भाना मि शर्मीली, सुण रे गै ल्या.., देखूयूँ मिन मसूरी.., चैता की चैतवाली.. पर दर्शकों ने जमकर डांस किया। उनके साथी गायक मयंक रावत की रैप की विविधताओं से युक्त गायन से युवाओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। प्रियंका महर ने गढ़वाली, कुमाऊनी और हिंदी गीतों से समा बांधा। दर्शकों ने बेडू पाको बारामासा.., रुप्सा रमौती, रणसिंघा बाजो.., पधनु लौंडा गोपाला.., बाजे रे मुरुली, दया रे, दया रे,चढ़ गयो रे पापी बिछुआ.., दमादम मस्त कलंदर.., छाप तिलक.. गाकर गाने का दर्शकों ने खूब लुप्त उठाया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केशर सिंह सिंह नेगी, व्यापार सभा अध्यक्ष विनय शर्मा, सांस्कृतिक संयोजक मनोज रावत, कोषाध्यक्ष दिलबर भंडारी, भूपेंद्र नवानी, मनोज बिष्ट, संजय वर्मा आदि मौजूद रहे।