डांगी गांव में भालू के बच्चों सहित दिखने से स्कूली बच्चे घर लौटे
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जनपद के कल्जीखाल ब्लाक में मनियारस्यूं पट्टी के गांवों में भालू के आतंक से दहशत बनी हुई है। भालू रात के समय गौशालाओं में घुसकर पशुओं पर हमला कर रहा है। भालू ज्यादातर दुधारू गायों को शिकार बना रहा है। मंगलवार को डांगी गांव के बच्चे स्कूल जा रहे थे। इसी दौरान भालूओं का झुंड दिखाई दिया। जिस कारण बच्चों को वापस घर लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है।
ज्ञात हो कि विगत वर्ष पट्टी मनियारस्यूं के बड़कोट, थापला, अमटोला, थनूल, धारी, ओलना सहित एक दर्जन गांवों में भालू ने पशुधन को क्षति पहुंचाई थी। एक वर्ष बाद फिर भालू ने पशुओं पर हमला करना शुरू कर दिया है। पिछले चार दिनों में भालू ने दो गायों को घायल कर दिया है। समाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी ने जानकारी दी की गत सोमवार को एक बार फिर ग्राम टोलू में पशुपालक शांतिलाल की गौशाला तोड़कर बछड़े को घायल कर दिया। उन्होंने बताया कि मंगलवार को सुबह सात बजे डांगी गांव के बच्चे स्कूल जा रहे थे। इसी दौरान अचानक झाड़ियों से भालू बच्चों सहित निकल गया, जिन्हें देखकर बच्चे वापस घर लौट गये। जबकि विद्यालय के परिचारक दिनेश चौहान दूसरे रास्ते से विद्यालय गया, क्योंकि उन्हें विद्यालय खोलना होता है। कहा कि लगातार भालू के आंतक से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। वन दरोगा अदवाणी बीट विजय सिंह नेगी ने बताया कि वह लगातार गश्त कर रहे है। कहा कि जिन पशुपालकों के पशुओं को भालू ने मारा है उन्हें मुआवजा दिया जायेगा। मुआवजे की प्रक्रिया गतिमान है। उन्होंने पशुपालकों से अपनी-अपनी गौशालाओं की पक्कती छत बनाने की अपील की।