जागर सम्राट भरतवाण के गीतों पर झूमे लोग

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जय कंडोलिया पौड़ी महोत्सव की छठवीं सांस्कृतिक संध्या में प्रीतम भरतवाण के गढ़वाली जागर और गीतों पर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन हुआ। संध्या जाग जागर रूमा झुमा से संध्या का शुभारंभ हुआ। इसके बाद राम गंगा न्योला देवताओं शिव गंगा, शिवजी कैलाश रैदन, ऑपरेशन सिंदूर पर हम कुशल छौ मां दगड़ियों दगड़ी, गढ़वाली गीत ध्यानी बल बिलैती कैमरा, राज राजेश्वरी जोग माया वार्ता
सांस्कृतिक संध्या का उदघाटन मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने किया। कहा कि पौड़ी सांस्कृतिक गति विधियों के लिए जानी जाती है और शहर के सांस्कृतिक विरासत के इस आयोजन के लिए उन्होंने पालिका अध्यक्ष की सराहना की। उन्होंने जिला चिकित्सालय पौड़ी के व्यवस्थित प्रबंधन के लिए दो करोड़ की धनराशि देने की घोषणा की। विशिष्ट अतिथि सांसद गढ़वाल अनिल बलूनी ने कहा कि पौड़ी के विकास के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। जारी हैं और जल्द ही विकास कार्य धरातल पर दिखने शुरू हो जाएंगे। इस मौके पर स्तुति, अंजली खरे और प्रीतम भरतवाण के युगल गीत सुना समदानी और बांद अमरावती, गढ़ समयाल, सरली मेरु जिया लगेगी गाकर दर्शकों की खूब ताली बटोरी। अंजली खरे ने मेरी देवी ज्वाल्पा सौंजसौ देई मिलाई गाकर युवाओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। संध्या में चक्रव्यूह जरासंध वध का मंचन बड़ा भावपूर्ण रहा। गोरिल कंडोलिया जागर से उन्होंने अपनी सांस्कृतिक संध्या का समापन किया। संगीत पक्ष में तबला सुभाष पांडे, ऑक्टोपैड रवि थापा, ढोलक सुमित गुसाईं,की बोर्ड ज्योति पंत और बांसुरी पर महेश, हड़का विजेंद्र ने संगत की। विधायक राजकुमार पोरी, पालिकाध्यक्ष हिमानी नेगी, सांस्कृतिक संयोजक मनोज रावत अंजुल, वीरेंद्र खंकरियाल, व्यापार सभा के अध्यक्ष विनय शर्मा, आह्वाहन संस्था की अध्यक्ष प्रियंका थपलियाल, सतेंद्र रावत, सभासद रेखा, संगीता रावत, बृजमोहन, प्रदीप असवाल, युद्धवीर सिंह, सूरज बिष्ट आदि शामिल थे।

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