श्रीनगर में सड़कों पर उतरे लोग, पुलिस प्रशासन के विरोध में किया प्रदर्शन
ममता प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर : तीन साल पहले श्रीनगर से गायब हुई ममता बहुगुणा का अभी तक कोई पता नहीं मिलने पर चौरास क्षेत्र के लोगों ने सड़कों पर उतरकर सरकार और पुलिस प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने श्रीनगर पुलिस का पुतला दहन भी किया। आक्रोशित लोगों ने कहा कि इस मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है। उन्होंने ममता की हत्या की आशंका जताते हुए शीघ्र इस मामले में ठोस कार्यवाही किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा यदि जल्द ही कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती है तो उन्हें तहसील में धरना प्रदर्शन के लिए विवश होना पड़ सकता है।
बुधवार देर सायं चौरास संगम विहार(मंगसू) पीपलचौरी में एकत्रित होकर लोगों ने श्रीनगर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने कहा कि ममता बहुगुणा लगभग 3-साल से अपने ससुराल नर्सरी रोड श्रीनगर गढ़वाल से रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गई थी। जिसका आज तक पुलिस प्रशासन कोई सुराग या सबूत तक नहीं जुटा पाई। कहा इस मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) श्रीनगर ने पुन: जांच के आदेश दे दिए हैं। मौके पर लोगों ने संगम विहार से मढ़ी चौरास कॉलोनी गेट तक मार्च भी निकाला। साथ ही समस्त क्षेत्रवासियों की ओर से कीर्तिनगर पुलिस प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को ज्ञापन भेजा गया। कहा दो दिन के भीतर निष्पक्ष तरह से जांच में तेजी लाई जाए और इस प्रकरण की जांच सीबीआई/सीबी-सीआईटी को सौंपी जाए। अन्यथा उप-जिलाधिकारी कार्यालय श्रीनगर के समक्ष समस्त चौरास क्षेत्रवासी अन्न-जल छोड़ कर बैठने को विवश हो जाएंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस मौके पर पूर्व प्रमुख विजयंत निजवाला, पूर्व जिला पंचायत सदस्य उत्तम भंडारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रताप भंडारी, विनोद चमोली, शैलेश मलासी, राजाराम जोशी, प्रदीप जोशी, पल्लवी राज, प्रधान दीपिका डालिया, रेखा पटवाल आदि मौजूद रहे।