परिसीमन विवाद को लेकर डीएम से मिले जन प्रतिनिधि
चमोली। दशोली विकासखंड के भीती, बेडुला व भौरा गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर कहा कि 2018 से पूर्व ग्राम भांती, बेडुला व भौरा ग्राम समा पुरसाड़ी विकास खण्ड दशोली में शामिल थे। कहा 2018 में हुए नगर पंचायत नन्दप्रयाग के चुनाव में प्रशासन द्वारा अवगत कराया गया कि ग्राम भांती, बुडुला व भौरा को पुरसाड़ी के साथ नगर पंचायत पुरसाडी में शामिल किया गया है। ग्रामवासियों का नाम नगरपंचायत नन्दप्रयाग की वोटर लिस्ट में रखकर नगरपंचायत नन्दप्रयाग में मतदान करवाया गया। कहा कि चुनाव के बाद से ही भांती, बेडुला व भौरा के ग्रामवासी नगरपंचायत नन्दप्रयाग से गांव में निर्माण कार्य, शौचालय निर्माण, मकान का निर्माण सडक व नाली निर्माण, विद्युत व्यवस्था हेतु लगातार मांग कर रहे हैं परन्तु नगर पंचायत नन्दप्रयाग द्वारा मात्र आश्वासन भर दिया जाता है किसी प्रकार का कार्य नहीं किया गया है। अब कहा जा रहा है कि ग्राम भांती, बुडुला व भौरा नगर पंचायत नन्दप्रयाग के अधीन नहीं है जबकि चुनाव में यहां के निवासियों ने नगर पंचायत नन्दप्रयाग हेतु ही मतदान दिया था। कहा कि अब पता चला है कि ग्राम भांती, बेडुला व भौरा को चार किलोमीटर दूर की ग्राम सभा धारकोट में शामिल किया गया है। जबकि वहां के प्रधान का कहना है कि जब इन गांव वालों ने प्रधान के चुनाव में ग्राम सभा में मतदान नहीं किया तो उन्हें ग्राम पंचायत धारकोट से कोई सुविधा नहीं मिल सकती हैं। इस मौके पर पूर्व प्रधान धारकोट लोकेश तोपाल, विनोद तिवारी, पितांबर तिवारी, देवेंद्र सिंह, मदन सिंह, दीपेंद्र सिंह, अरविंद सिंह, रमेश पोखरियाल, मुकेश सेमवाल आदि मौजूद थे। उधर, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि इसमें विधिक राय ली जाएगी। भांती, बेडुला को अलग ग्रामसभा बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजेंगे। इसमें दोनों गांव एनओसी देंगे।