रेल के लिए संघर्ष समिति का प्रदर्शन
बागेश्वर। बागेश्वर-टनकपुर रेल निर्माण संघर्ष समिति ने रविवार को तहसील परिसर पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सर्वे का झुनझुना बहुत हुआ। रेल लाइन निर्माण के लिए बजट आवंटित करें।ऐसा नहीं होने पर आगामी चुनाव में मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। रेल संघर्ष समिति के अध्यक्ष नीमा दफौटी के नेतृत्व में तहसील परिसर में नारेबाजी के साथ लोगों ने प्रर्दान किया। कहा कि कुमाऊं की धरती पर रेल लाइन का निर्माण जरूरी है। जिससे पलायन रुकेगा। भारत की सीमाओं की सुरक्षा होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। स्मारिक दृष्टि से बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन का बनना जरूरी है। डंबल इंजन की सरकार चुनाव को लेकर फिर से सर्वे का झुनझुना थमा रही है। रेल लाइन की अंग्रेजों के समय सर्वे हो गई थी। पटरियां बिछाने का भी काम हुआ। उसके बाद पिछली केंद्र सरकार ने रेल लाइन को राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया। कई बार सर्वे हुई। फिर से केंद्र सरकार सर्वे की बात कर रही है। जो लोगों के गले नहीं उतर रही है। उन्होंने कहा कि कुमाऊं के लोगों को छलने की कोशिश बंद की जाए। ऐसा होने पर डंबल इंजन सरकार को ही नुकसान होगा। इस दौरान खड़क राम, गिरीश पाठक, प्रताप गढ़िया, हयात मेहता, प्रताप मेहता, मोहन उप्रेती, सुनीता टम्टा, महेंद्र कोश्यारी, शोबन सिंह, खीम सिंह, किशन राम, सरस्वती देवी, करम सिंह, विनोद कुमार, जगदीश चंद्र आदि मौजूद थे।