समाजसेवी एलिजाबेथ व्हीलर का निधन
अल्मोड़ा। जिले की जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता एलिजाबेथ ह्वीलर का निधन हो गया है। उन्होंने चांदमारी काठगोदाम में बुधवार को अंतिम सांस ली। ह्वीलर लमगड़ा ब्लक के जलना पौधार गांव में रह कर सामाजिक कार्यों से जुड़ी रहीं। उन्होंने एसएसबी तब विशेष सेवा ब्यूरो वर्तमान में सशस्त्र सीमा बल में महिला वलेंटियर के तौर पर काम किया। यही नहीं युवतियों को इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित भी किया। वल्टर व्हीलर सेवा समिति के माध्यम से महिला उत्थान के लिए किए गए कार्यों को लोग आज भी याद करते हैं। अविवाहित रही एलिजाबेथ का एंग्लो इंडियन समुदाय से ताल्लुक था। उनके निधन पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष समेत अन्य लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
एलिजाबेथ ह्वीलर की भतीजी मीना ट्रेसी ने कहा एक महीने पहले पौधार जलना में ही थी, लेकिन उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। कुछ दिन अल्मोड़ा अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उन्हें काठगोदाम घर में रखा गया। उनके सामाजिक कार्यों से पूरा परिवार गौरवांवित महसूस करता रहा है। उनके निधन पर परिजन नलिनी ह्वीलर, कैनथ ह्वीलर व ट्रायन ह्वीलर के अलावा प्रोमिला सिंह आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है। रैमजे इंटर कलेज के प्रधानाचार्य वीटी विल्सन ने उनके निधन को समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा महिला उत्थान के लिए उनके कार्य हमेशा याद किए जाते रहेंगे। वहीं, उपपा केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा वल्टर व्हीलर सेवा समिति के माध्यम से उन्होंने परिवार परामर्श केंद्र की स्थापनी की थी। जहां कई लोगों का मार्गदर्शन किया गया। एसएसबी की राइफल ट्रेनिंग उनकी सक्रियता महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रही। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों व सामाजिक कुरीतियों को लेकर उन्होंने प्रमुखता से सामाजिक आंदोलनों में भाग लिया। उनका निधन समाज के लिए एक आघात है।