रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड में फूलदेई का पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। जनपद के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में बच्चें लोगों के घरों की देहरियों पर सुबह-सुबह रंग बिरंगे फूल डालकर सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं। जबकि घोघा माता की डोली के साथ अनेक जगहों पर देवभूमि की पौराणिक संस्कृति से लोगों को रूबरू करा रहे हैं। बीते शुक्रवार बच्चों के पवित्र फूलदेई उत्सव की शुरूआत हो गई। प्रतिदिन शाम को बच्चों ने बुरांश, पय्यां, फ्यूंली के फूल एकत्रित किए। जनपद में शनिवार को भी सुबह सवेरे ही बच्चों ने बंसत के गीतों के साथ फूल डालना शुरू किया। जिले में बच्चों ने घोघा देवता की डोली एवं वसंत के गीतों के साथ ही मठ-मंदिर व घरों की चौखट फूल डाले। जबकि कई स्थानों पर बिना डोली के ही फूल डालने की परम्परा आज भी कायम है। सुबह सवेरे बच्चो का शोर ग्रामीणों को जगाने का कार्य भी कर रहा है। फूलदेई उत्सव को लेकर छोटे छोटे बच्चों में काफी उत्साह दिख रहा है। घरों की चौखट पर फूल डालने का यह क्रम आठ दिनों तक चलेगा। आठवें दिन बच्चे प्रत्येक परिवार से भोजन सामग्री एकत्रित कर सामूहिक भोज का आयोजन करेंगे। पहले घोघा देवता की पूजा अर्चना कर भोग लगाएंगे। उसके बाद ही भोजन का ग्रहण करेंगे। जिला मुख्यालय के साथ ही तिलवाडा, अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, जखोली, चोपड़ा क्षेत्र के कई स्थानों पर फूलदेई उत्सव दूसरे दिन बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ घरों की चौखट पर फूल डालकर सबकी खुशहाली की कामना की। (एजेंसी)