दून लाइब्रेरी में पियानो और सितार की जुगलबंदी
देहरादून। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में देर शाम पियानो वादक मिलन सुजुक और सितार वादक आलोक मैती की जुगलबंदी देखते ही बनी। रोलैण्ड इलैक्ट्रिक पियानो और सितार के संगीत की अद्भुत प्रस्तुति ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। दोनों कलाकारों ने जैज और हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। आलोक मैती हिंदुस्तानी शास्त्रीय सितार बजाते है और अपने वादन के लिए रागदारी रचना का उपयोग करते हैं। वहीं मिलान सुजुक पियानो पर जैज आशु रचनाओं के जरिये अपनी प्रस्तुति देते हैं। दोनों पिछले दो वर्षों से एक साथ संगीत की रचना करने के साथ ही अपनी प्रस्तुतियां दे रहे हैं। मिलन सुजुक सर्बियाई पियानोवादक है। इस समय वे वुडस्टक स्कूल मसूरी में अध्यापन कार्य कर रहे हैं। वहीं आलोक मैती ने कोलकाता के रवींद्र भारती विश्वविद्यालय से सितार में संगीत में मास्टर और लखनऊ के भातखंडे संगीत कलेज से संगीत विशारद की पढ़ाई की है। वह पिछले 17 वर्षों से वुडस्टक स्कूल मसूरी में संगीत अध्यापन कर है। इस अवसर पर दून के कई संगीत प्रेमी, लेखक, पुस्तकालय के युवा पाठक, प्रो़बीके जोशी, विभूतिभूषण भट्ट, जेके बहुगुणा, सुंदर सिंह बिष्ट, वीणा जोशी, निकोलस हफलैण्ड,चंद्रशेखर तिवारी, ड़ योगेश धस्माना मौजूद रहे।