पीलीभीत से टनकपुर के बीच हुआ इलेक्ट्रिक इंजन से स्पीड ट्रायल
रुद्रपुर। पीलीभीत से टनकपुर तक रेलवे ट्रैक में विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। शनिवार को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने विद्युतीकरण के कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने पीलीभीत से टनकपुर के बीच इलेक्ट्रिक इंजन से स्पीड ट्रायल भी किया। इस दौरान इलेक्ट्रिक इंजन खटीमा स्टेशन पर भी रुका। इसके पीछे डीजल इंजन के साथ दो बोगी भी जुड़कर आई थी इसमें रेलवे के अधिकारी बैठे थे। मां पूर्णागिरी के दर्शनार्थियों के साथ पहाड़ आने वाले लोगों को जल्द इलेक्ट्रिक ट्रेन में सफर करने का मौका मिलने जा रहा है। पीलीभीत से टनकपुर तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। कई बार गोरखपुर मुख्यालय और इज्जतनगर मंडल के अधिकारी भी खामियों को दुरुस्त कराने के लिए निरीक्षण कर चुके हैं। विद्युतीकरण का फाइनल टच देने को सीआरएस मोहम्मद लतीफ खान अधिकारियों के साथ खटीमा पहुंचे। खान ने बताया कि जून 2020 में विद्युतीकरण का कार्य 70 करोड़ अनुमानित लागत से पीलीभीत से टनकपुर कार्य मार्च में पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि जिस दिन भी मंत्रालय का आदेश होगा ट्रेन शुरू कर दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने स्टेशन, रिले कक्ष, आईपीएस बैट्री कक्ष का निरीक्षण भी किया। यहां पर डीआरएम आशुतोष पंत, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर पूर्वोत्तर रेलवे एके शुक्ला, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर रेल विद्युतीकरण सुधांसु कृष्ण दूबे, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अनूप सिंह, सीनियर डीई टीआरडी सतेंद्र सिंह, वरिष्ठ संरक्षा अधिकारी नरेंद्र जोशी, स्टेशन अधीक्षक केडी कापड़ी रहे।